लापरवाही से उजड़ा एक परिवार : पुणे से इंदौर आ रहे मां-बेटे की बस में तबीयत बिगड़ी, उल्टियां हुई और दोनों ने तोड़ दिया दम
पुणे से इंदौर लौट रही शिक्षिका व उसके बेटे की बस में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। शिक्षिका उज्जैन निवासी है और अपनी मां व बेटे के साथ पुणे गई थी। अशोक ट्रैवल्स की बस से तीनों इंदौर लौट रहे थे।
इसी दौरान मां-बेटे की तबीयत अचानक बिगड़ गई। दोनों को उल्टियां होने लगी। अस्पताल ले जाया गया जहां मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक वेदनगर नानाखेड़ा उज्जैन निवासी शिक्षिका दीपिका पति संदीप पटेल (38) अपने बेटे आदित्यराज (11) और मां पुष्पा के साथ पुणे घुमने गई थीं।
लौटने के लिए दीपिका ने अशोक ट्रेवल की एसी बस में ऑनलाइन सीट बुक करवाई थी। तीनों बस से आ रहे थे तो रास्ते में दीपिका और आदित्यराज को उल्टियां होने लगी।
इस पर दोनों को निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। सोमवार को दोनों की उपचार के दौरान मौत हो गई। परिजन दम घुटने से मौत होना बता रहे हैं।
पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद स्थिति स्पष्ट होगी।
इधर दीपिका के भाई अजीत ने बस के ड्रायवर और कंडक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है। अजीत ने बताया कि दीपिका की सीट के पास अग्निशमन यंत्र लगा हुआ था।
उससे गैस का रिसाव हो रहा था। रास्ते में दीपिका और आदित्यराज की तबियत खराब हुई थी। दोनों रातभर उल्टियां करते रहे। उन्होंने खुली हवा लेने के लिए कंडक्टर और ड्राइवर को बोला लेकिन दोनों ने ध्यान नहीं दिया।
तीन इमली बस स्टैंड के समीप बस रोकी और एक रिक्शा में बैठाकर चले गए। दोनों को गंभीर अवस्था में निजी अस्पताल ले गए लेकिन सुबह मृत बता दिया। समय पर उपचार मिलता तो दोनों की जान बच सकती थी।
बताया गया कि बस रविवार को चली थी और सोमवार सुबह इंदौर पहुंची थी। इसके बाद हालत बिगड़ने पर दोनों को इंदौर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सोमवार सुबह 10 बजे अस्पताल के डॉक्टरों ने आदित्य राज को मृत घोषित कर दिया। दोपहर में दीपिका की भी मौत हो गई।
पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मौत के कारणों का पता चलेगा। बस ड्रायवर और कंडक्टर के बयान लिए जाएंगे।