Indore Crime Update : जवानी में हुई “अजब प्रेम की गजब कहानी”

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sadbhawnapaati
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इंदौर के तेजाजी नगर थाने पर अजब प्रेम की गजब कहानी  के  रूप में एक प्रेम त्रिकोण का एक अजीब मामला पहुंचा। यहां पर एक युवक पहुंचा। वह जख्मी था। टीआई से बोला कि साहब मुझे तीन लोगों ने पीटा। 7 हजार रुपए छीने और बाइक खाई में फेंककर भाग गए। टीआई ने लूट की और जानकारी ली तो पता चला कि मोबाइल नहीं लूटा है। इस पर शंका हुई और फिर हुआ मामले का खुलासा । आखिर पता चला कि जख्मी युवक का जिस लड़की से प्रेम प्रसंग है उसके पुराने प्रेमी ने गुंडे बुलाकर पिटाई करवा दी। आखिर पुलिस ने तीन हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया है।

तेजाजी नगर टीआई आरडी कानवा के अनुसार गणेश नामक युवक ने थाने पहुंचकर शिकायत की थी की उसके साथ लूट हुई है। वह जख्मी जरूर था। उसने बताया कि आरोपियों न उसे जमकर पीटा है। फिर 7 हजार रुपए लूट लिए। साथ ही बाइक खाई में फेंक दी है। पुलिस को शंका हुई कि आखिर ये लूट कैसी ? बदमाश सिर्फ पैसे ले गए। वे तो बाइक और मोबाइल भी लूट सकते थे। फिर आरोपी ने बताया कि वह हमलावरों को जानता है, लेकिन घर नहीं पता। इस पर पुलिस ने मौका मुआयना किया। फिर जांच की तो पता चला कि युवक के साथ तीन बदमाशों ने मारपीट की है। इनमें एक आरोपी ऋतिक और बाकी दो उसके दोस्त हैं। पुलिस पड़ताल की तो मामला कुछ और निकला।

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तीनों को पुलिस ने सिखाया सबक

जांच में पाया कि ऋतिक नामक युवक एक युवती से 15 साल से प्रेम कर रहा है। यानी वे दोनों आठ साल की उम्र से प्रेम कर रहे हैं। अब युवती एक कंपनी में काम करने जाने लगी। वहां उसकी पहचान गणेश नामक युवक से हुई। दोनों में दोस्ती हो गई। यह बात ऋतिक को पता चली। उसने इसका विरोध किया और फिर गणेश को सबक सिखाना चाहा। आखिर में उसने गणेश को रास्ते में रोका। उसे जमकर पीटा और भाग गए। पुलिस को लूट की झूठी रिपोर्ट लिखाने की यह कहानी पता चली तो तीनों को गिरफ्तार कर सबक भी सिखाया।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।