Indore News: जिला कोर्ट के रिकॉर्ड रूम में लगी आग, जानें क्या हुआ ?

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इंदौर के जिला कोर्ट के रिकॉर्ड रूम में गुरुवार शाम को आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि दमकल दल के पहुंचने तक बहुत सा रिकार्ड जल चुका था। जिला कोर्ट की इमारत के तलघर में बने रिकॉर्ड रूम में इसके पहले भी इक्का-दुक्का आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं लेकिन इसके पहले यह कभी इतनी विकराल नहीं रही। गुरुवार को लगी आग ने रिकार्ड रूम के एक बड़े हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया। दशकों से सहेजा जा रहा रिकार्ड आग में स्वाहा हो गया।

जिला न्यायालय की इमारत के आसपास वकीलों द्वारा बनाए गए शेड की वजह से दमकलों को मौके पर पहुंचने में दिक्कत हुई। वकीलों के शेड और तलघर की खिड़कियां तोड़कर किसी तरह पानी के पाइप पहुंचाए गए। देर शाम तक आग धधक रही थी।

गुरुवार शाम करीब 6.30 बजे कैरम रूम में खेल में व्यस्त वकीलों को कुछ जलने की बदबू आई। उन्होंने तुरंत आसपास पड़ताल की तो पता चला कि बदबू बेसमेंट में बने रिकॉर्ड रूम से आ रही है। वकील वहां पहुंचे। उन्होंने देखा कि रिकार्ड धूं-धूं कर जल रहा है। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना जिला जज और फायर ब्रिगेड को दी। मौके पर मौजूद एडवोकेट संजय मेहरा ने बताया कि फायर ब्रिगेड के मौके पर पहुंचने के पहले ही बहुत सा रिकार्ड जल चुका था। तलघर की खिड़कियां तोड़कर पाइप के जरिए पानी तलघर में फेंका गया इसके बाद भी आग रह-रहकर धधकती रही। जिला न्यायालय इमारत के आसपास वकीलों द्वारा बनाए गए शेड की वजह से भी आग पर काबू पाने में दिक्कत आई।

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जिला न्यायालय के तलघर में यह रिकार्ड रूम 1952 से चल रहा है। इसमें 40-50 साल का रिकॉर्ड सहेजा हुआ था। कई सिविल मामलों में तो अब भी हाई कोर्ट में अपीलें लंबित हैं। वकीलों के मुताबिक जिन मामलों में रिकार्ड जल गया है और अपीलें लंबित हैं ऐसे मामलों में क्या होगा इसे लेकर संशय है। आग लगने के कारणों का खुलासा नहीं हुआ है |

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।