9 दिन के सख्त लॉकडाउन की ओर इंदौर उद्योग भी होंगे बंद

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
3 Min Read

संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए इंदौर सख्त लॉकडाउन की ओर जा रहा है। यह लॉकडाउन शनिवार 8 से 16 मई तक जारी रहेगा। जानकारी के अनुसार इस मामले में गुरुवार रात को रेसीडेंसी कोठी में हुई आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में मोटे तौर पर सहमति बन गई है और इसमें औपचारिक फैसला आज को हो जाएगा।

  राज्य सरकार ने 15 मई तक प्रदेश में लॉकडाउन बढ़ा दिया है। शनिवार-रविवार को पहले से ही लॉकडाउन है, लिहाजा 17 मई की सुबह तक कोरोना कर्फ्यू लागू रहेगा। मई माह में शादी-ब्याह पर भी रोक लगा दी गई है। साथ ही जिन गांवों में कोरोना पॉजिटिव केस ज्यादा हो रहे हैं, उनमें मनरेगा की मजदूरी भी 15 मई तक बंद कर दी गई है। सीएम ने कहा है कि ऐसी जगहों पर राशन उपलब्ध कराया जाएगा।

जानकारी के अनुसार मेडिसिन और फूड संबंधी उद्योगों को छोड़कर बाकी सभी उद्योग भी बंद रहेंगे, फल-सब्जी के लिए भी सप्ताह में दो दिन तय किए जाएंगे। किराना दुकान भी सप्ताह में दो दिन खुलेंगी। दवा दुकान, मेडिकल लैब आदि ही सातों दिन खुल सकेंगी। दूध की सुबह और शाम को बिक्री होगी। बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि वह केंद्र से बात कर ऑक्सीजन और रेमडेसिविर आपूर्ति के लिए प्रयास कर रहे हैं। सांसद शंकर लालवानी और मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि तीसरी लहर के लिए हमें अभी से तैयार रहना चाहिए।

[expander_maker id=”1″ more=”आगे पढ़े ” less=”Read less”]

तीसरी लहर की तैयारी अभी से करें : विधायक और पूर्व विधायक बोले- जिनके पास पात्रता पर्ची नहीं, उन्हें भी राशन मुहैया कराएं

विधायक रमेश मेंदोला ने आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में कहा कि गरीबों को जल्द राशन वितरण होना चाहिए। पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता ने कहा कि जिन गरीबों के पास पात्रता पर्ची नहीं है, उन्हें भी राशन मिले। अस्पतालों में बेड बढ़ाने चाहिए। सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट जल्द तैयार कराए जाएं।

विवाह आयोजन ‘सुपर स्प्रेडर’ हैं : सरकार का आग्रह मई में होने वाली शादियों को जून में किया जाए, मुख्यमंत्री वर्चुअली बधाई देंगे

सरकार का कहना है कि विवाह आयोजन ‘सुपर स्प्रेडर’ हैं। नियम दस लोगों को बुलाने का है, लेकिन 100-200 लोग पहुंच जाते हैं। जनप्रतिनिधियों से कहा गया है कि वे विवाह वाले परिवारों से बात करके सहमति बनाएं। जो शादियां मई में हैं, उन्हें जून में किया जाए। जून में जो शादी होंगी, उसमें सीएम वर्चुअली जुड़कर बधाई देंगे।

 [/expander_maker]

Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।