मप्र लोकसेवा आयोग (पीएससी) के अटके परीक्षा परिणामों से परेशान साढ़े तीन लाख युवाओं को जल्द राहत मिलने की उम्मीद है। राज्यसेवा मुख्य परीक्षा 2019 और राज्यसेवा परीक्षा 2020 के परीक्षा परिणाम तीन से चार दिनों में जारी हो जाएंगे।पीएससी मुख्यालय में परीक्षा परिणाम तैयार करने का काम शुरू हो चुका है। आखिरी दौर की स्क्रूटनी जारी है। दो दिन में स्क्रूटनी का काम पूरा होने की उम्मीद है। इसके बाद पीएससी कभी भी परीक्षा परिणाम घोषित कर सकता है। मुख्य परीक्षा मार्च में आयोजित हुई थी जबकि कोरोना काल के बीच जुलाई में राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2020 आयोजित हुई थी। राज्यसेवा प्रारंभिक परीक्षा में 3 लाख 40 हजार से ज्यादा उम्मीदवारों ने हिस्सेदारी को थी। जबकि राज्यसेवा मुख्यपरीक्षा 2019 में 10 हजार अभ्यर्थी शामिल हुए थे ओबीसी आरक्षण पर जारी विवाद के चलते पौएससी को शासन से प्रक्रिया आगे बढ़ाने की हरी झंडी नहीं मिल रही थी। इसी के चलते दोनों परीक्षाओं के नतीजे भी जारी नहीं हो पा रहे थे। तीन दिन पहले पीएससी ने राज्यसेवा परीक्षा 2021 की घोषणा कर दी।
इसमें 27 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण का पालन किया गया। इससे साफ हो गया कि पीएससी 27 प्रतिशत आरक्षण के साथ तो अब रुके नतीजे भी जारी करेगा। शासन की ओर से भी कहा गया था कि जिन प्रक्रियाओं में ओबीसी के 27 प्रतिशत आरक्षण पर न्यायालय को रोक या स्थगन नहीं है उन सभी में ओबीसी का 27 प्रतिशत आरक्षण हो लागू किया जाएगा। इसके बाद पॉएससी ने भी रिजल्ट घोषित करने की तैयारी शुरू कर दी है। पीएससी ने राज्यसेवा प्रारंभिक परीक्षा 2020 के प्राकतो अक्टूबर में हो जारी कर दिए थे लेकिन आरक्षण की गणना पर स्थिति स्पष्ट नहीं होने के कारण कट आफ अंक और परिणाम रोक लिया था। दोनों नतीजों के जारी के होने के बाद अगले दौर की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी। मुख्य परीक्षा में चयनित उम्मीदवार इंटरव्यू के अंतिम दौर में भाग लेंगे। जबकि प्रारंभिक परीक्षा में अर्ह अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा में शामिल किया जाएगा।