इंदौर। इंदौर के पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र को राष्ट्रपति पुलिस पदक दिया जाएगा। पुलिस सेवा में रहते हुए किए गए सराहनीय कार्यों व नवाचारों के लिए उन्हें इस सम्मान से सम्मानित किया जाएगा।
हरिनारायण चारी मिश्र पहले आईपीएस है, जिन्होंने 16 साल पहले इंदौर में टीआई के रूप में अपना करियर शुरू किया था और आज उसी शहर के पहले कमिश्नर बने हैं।
इंदौर में पदस्थ सहायक पुलिस आयुक्त धैर्यशील येवले को भी सराहनीय सेवाओं के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है।
इंदौर में रहने के दौरान कमिश्नर मिश्र ने बढ़ती आत्महत्याओं को रोकने के लिए संजीवनी हेल्पलाइन की शुरुआत की थी, इससे काफी मदद मिली.
इस नवाचार की सभी जगह सराहना हुई थी. इसके अलावा भी ऐसी कई उपलब्धियां और कार्य है, जिनकी बदौलत मिश्र ने अपनी अलग छवि बनाई है, उन्हीं सेवाओं और कार्यों को देखते हुए उन्हें सम्मान के लिए चुना गया है.
मिश्र इंदौर में एसडीओपी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, डीआईजी और आईजी बनने वाले भी एकमात्र अधिकारी हैं। 2003 बैच के आईपीएस हरिनारायण चारी मिश्र वर्ष 2005 में हातोद थाने के प्रभारी के पद पर इंदौर आए थे।
प्रशिक्षण पूरा होने पर सरकार ने उन्हें एक साल बाद महू का एसडीओपी नियुक्त किया। इसके बाद वे बालाघाट, खंडवा, जबलपुर और ग्वालियर जैसे शहरों में पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनात हुए और 5 दिसंबर 2016 को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) के रूप में इंदौर आए।
उन्हें मार्च 2017 में पदोन्नत किया गया और 15 मई 2019 तक शहर में डीआईजी के रूप में कमान संभाली। इसके बाद दिसंबर 2021 में शहर में कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद शहर के पहले पुलिस कमिश्नर बनाए गए हैं।