नीम हकीम डॉक्टर ले रहे हैं बीमारों की जान
इंदौर। इंदौर में क्लीनिक खोलकर इलाज करने वाले नीम हकीम हजारों की संख्या में हैं लेकिन बड़े बड़े नर्सिंग होम्स में जब बीएचएमएस पास सस्ते डॉक्टरों से काम चलाया जाता है.
तब भी स्वास्थ्य विभाग प्रशासन की नींद नहीं खुलती है। मुंबई आगरा मार्ग पर मांगलिया से लेकर राजेंद्र नगर राऊ तक व शहर के राजमोहल्ला, जवाहर मार्ग, एमजी रोड, भंवरकुआं राऊ रंगवासा में कई छोटे बड़े अस्पतालों में बीएचएमएस डॉक्टर ही रात के समय सेवा देते नजर आते हैं।
किसी की गंभीर स्थिति होने पर ही बड़े डॉक्टर्स को बुलाया जाता है। राजमोहल्ला के नर्सिंग होम व प्रसूति गृहों को तो नर्सिग सिस्टर्स के भरोसे ही चलाया जाता है।
और एक की जान ले ली
भंवरकुआं अस्पताल ने आनंद अस्पताल में डॉ. अखिलेश मालवीय पर केस दर्ज किया है। इस डॉक्टर के इलाज से मदीना नगर के समीर शेख की मौत हुई।
डॉक्टर होम्योपैथी होकर भी एलोपैथी चिकित्सा पद्धति से इलाज कर रहा था। समीर की मौत गलत ढंग से इलाज की वजह से हुई।
उसके परिवार वालों ने डॉक्टर की लापरवाही से मौत के सबूत स्वास्थ्य विभाग को दिए। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग प्रशासन व पुलिस ने मामला दर्ज किया।
इंदौर में निजी नर्सिंग होम रसूखदार लोग ही चलाते है। डॉक्टरों की टीम को वेतन पर रखकर बड़े बड़े असपताल चलाए जा रहे है।
महाराजा यशवंतराव होलकर अस्पताल, गोविंद वल्लभपंत जिला अस्पताल व सरकारी अस्पतालों, बॉम्बे हॉस्पिटल जैसे अस्पताल को छोड़ दें तो करीब करीब अधिकांश अस्पतालों, नर्सिंग होम्स में नीम हकीम होम्योपैथी व नर्सिंग सिस्टर ही इलाज करते नजर आते हैं। रात के समय तो इन्हीं के भरोसे अस्पताल चलाए जाते हैं।
सद्भावना पाती न्यूज़ पहले भी मेडिकल माफियाओं के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद करता रहा है, पर न तो उच्च अधिकारी और न ही प्रशासन इस ओर ध्यान दे रहा है। ज्ञात हो कि इन अनियमितताओं के चलते कई मासूम अपनी जान गंवा चुके हैं।