शाजापुर से शामिल हुए थे दस खिलाड़ी
हिमाचल प्रदेश में 14 फरवरी से 19 फरवरी तक नेशनल टूर्नामेंट और फेडरेशन टूर्नामेंट का आयोजन हुआ था, जिसमें शाजापुर जिले से 10 खिलाड़ियों ने भाग लिया था। अनुज्ञा ने पहले नेशनल कप और उसके बाद फेडरेशन कप में भाग लिया और वहां उसका चयन वर्ल्ड कप के लिए हुआ।
पिता को दिया श्रेय
अनुज्ञा शर्मा ने 2013 में कूड़ो खेलना प्रारंभ किया था। अनुज्ञा के पिता राजीव लोचन शर्मा कोच हैं और उनसे ही अनुज्ञा ने ट्रेनिंग ली और वर्ल्ड कप की टीम में देश के लिए खेलेंगी। इसका श्रेय अनुज्ञा ने अपने कोच पिता को दिया, उनकी बदौलत ही में यहां तक पहुंची। 19 वर्षीय अनुज्ञा बीए सेकंड ईयर की छात्रा है।
खेल सुविधाओं का अभाव
अनुज्ञा ने बताया शाजापुर जैसे छोटे शहर में खेल की सुविधाएं नहीं है, खिलाड़ियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। हमारे पास सीमित संसाधन होते हैं। हमें कड़ा परिश्रम करना पड़ता है, मैंने सुबह और शाम को दोनों समय प्रैक्टिस की है। संसाधन के अभाव में कई खिलाड़ी चयन होते होते रह जाते हैं, इसलिए खिलाड़ियों को सुविधाएं उपलब्ध करवाना चाहिए।