2024 तक सभी ग्रामीण घरों में नल कनेक्शन का लक्ष्य

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
2 Min Read

भोपाल। मप्र सरकार ने जल जीवन मिशन के तहत 2024 तक सभी ग्रामीण घरों में नल कनेक्शन का लक्ष्य रखा है। अभी तक मप्र के 47 लाख घरों में ही नल कनेक्शन हो पाए हैं।
74 लाख से ज्यादा घरों में कनेक्शन देना शेष है। लक्ष्य पाने सरकार को दस हजार से ज्यादा नल कनेक्शन रोज करने होंगे।
गौरतलब है कि जल जीवन मिशन की शुरुआत 2019 में हुई थी। प्रदेश सरकार ने 2024 तक हर घर में नल से जल पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में नल के जरिए घर-घर पानी पहुंचाने के मामले में मप्र बिहार से भी पीछे है।
गोवा, तेलंगाना, अंडमान- निकोबार सहित अन्य छोटे राज्य आगे हैं। हरियाणा सहित देश के करीब छह जिलों में सौ फीसदी घरों में नल कनेक्शन हो चुके हैं।

1.22 करोड़ घरों में नल कनेक्शन

मप्र सहित 11 राज्यों में 50 फीसदी से कम घरों में कनेक्शन हो पाए हैं। मप्र को 1.22 करोड़ घरों में नल कनेक्शन करने हैं। सरकार का मानना है कि 2024 तक सभी घरों में नल कनेक्शन के जरिए पानी पहुंचा दिया जाएगा।
कोरोना के चलते कलेक्शन का काम कुछ पिछड़ गया है। जल जीवन मिशन पोर्टल के अनुसार उत्तर प्रदेश, झारखंड और छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और राजस्थान काफी पीछे हैं। इन राज्यों में 25 फीसदी से कम कनेक्शन हो पाए हैं।
पंजाब सहित पांच राज्यों में 75 फीसदी नल कनेक्शन और पानी सप्लाई के नेटवर्क को तैयार कर लिया गया है। इन प्रदेश में अगले एक साल में सौ फीसदी लक्ष्य पूरा हो जाएगा। मप्र में सभी संभागों में नल कनेक्शन और नेटवर्क तैयार करने टेंडर जारी हो गए हैं। एजेंसियों को डेढ़ से दो वर्ष के अंदर काम पूरा करने का समय दिया गया है।
Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।