MP Top hindi News – मध्यप्रदेश न्यूज़

sadbhawnapaati
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MP News – 1

पकड़ना था संजय को पकड़ लाए संजू को, नशे में पुलिसवालों ने कपड़े उतार कर रातभर पीटा

आयोग ने कहा – डीजीपी एवं एसपी (धार) दो सप्ताह में दें जवाब

धार. जिले के नालछा थाने में पुलिसकर्मियों की दबंगई का मामला सामने आया है। जिसमें स्थायी वारंटी की जगह निर्दोष युवक को पकड़ कर थाने लाकर लाॅकअप में बंद कर दिया।

इसके बाद पुलिसकर्मियों ने कपड़े उतारकर उसे रात भर पीटा। पति को छुड़ाने गई पत्नी के साथ भी अभद्रता कर उसके फोटो खिंचे। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

पीड़ित ने आरोप लगाया कि पुलिस ने नशे में धुत होकर पिटाई की। बाद में नशा उतरने पर माफी मांगते हुए छोड़ दिया। मामला सामने आने के बाद एसपी ने इसकी जांच धामनोद एसडीओपी को सौंपी है।

दरअसल, पुलिस द्वारा स्थायी वारंटियों को पकड़ने के लिये जिलेभर में अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत पुलिस बगड़ी के पास गांव आली से सुनील उर्फ संजू को पकड़कर लाई थी, जो मजदूरी करने के लिए गया था।

थाने की सूची में स्थायी वारंटी संजय पिता हीरालाल का नाम था। इस मामले में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मध्यप्रदेश और पुलिस अधीक्षक, धार से दो सप्ताह में जवाब मांगा है।

 

MP News – 2

मप्र : चाय पिलाने के बहाने पुलिस की कस्टडी से फरार हुआ शातिर बदमाश

मध्य प्रदेश के रीवा जिले के सिरमौर न्यायालय से पुलिस कस्टडी से एक शातिर बदमाश फरार हो गया। थाने में हंगामा करने वाले शातिर अपराधी संजू सिंह को जेल पहुंचने से पहले ही उसके साथी छुड़ा ले गए। पुलिस अधीक्षक ने घोर लापरवाही एवं उदासीनता के चलते गढ़ थाने से जेल में दाखिल कराने ले गए 4 कॉन्स्टेबलों को सस्पेंड कर दिया है।

बुधवार को गढ़ थाने में हंगामा करने वाले शातिर अपराधी संजू सिंह को सिरमौर न्यायालय से जेल जाने के दौरान उसके साथी रास्ते से छुड़ा ले गए। इस घटना की एफआईआर सिरमौर थाने में दर्ज हुई है। जिले के गढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत लौरी निवासी संजू सिंह को धारा 353, 332 के मामले में गिरफ्तार कर सिरमौर न्यायालय में पेश किया था। गढ़ थाने से चार पुलिसकर्मी उसे लेकर न्यायालय गए थे। न्यायालय से उसे जेल भेजने का आदेश दिया गया, जहां से उसे पुलिस वाहन से केंद्रीय जेल रीवा ले जाया जा रहा था लेकिन उमरी चौराहे पर उसके साथी उसे छुड़ा ले गए। रीवा एसपी नवनीत भसीन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है।

चाय पिलाने के लिए साथियों ने रोका


घटना के बारे में बताया जा रहा है कि आरोपी को सिरमौर न्यायालय से जब पुलिस लेकर चली तो रास्ते में आरोपी के साथियों ने यह कहते हुए रोका कि चाय पिलानी है। चाय पिलाने के बहाने संजू सिंह को पुलिस वाहन से उतारने के बाद उसे लेकर साथी भाग खड़े हुए। बीते दिनों गढ़ थाना पुलिस धारा 307 के एक मामले में संदेही को पूछताछ के लिए थाने ले गई थी जिसे छुड़ाने के लिए संजू सिंह थाने पहुंचा था। थाने में उसकी एसआई मरकाम से हाथापाई हो गई थी। इस दौरान संजू सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर कार्रवाई की। लेकिन न्यायालय से जेल ले जाते समय पुलिस कस्टडी से उसके साथी उसे छुड़ाने में सफल रहे।

चार कांस्टेबल सस्पेंड


इस मामले में रीवा एसपी ने ड्यूटी में लापरवाही किए जाने पर आरक्षक सुरेश तिवारी, मयंक सिंह नितेश कुमार एवं रमाशंकर को निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच के साथ आरोपी की तलाश की जा रही है।

MP News – 3

 

मध्य प्रदेश: CBN की टीम ने अरुणाचल प्रदेश में ड्रग्स रैकेट का पर्दाफाश किया, 1 अरब 62 करोड़ की अफीम नष्ट की

केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो की मध्य प्रदेश इकाई ने मादक पदार्थों की तस्करी रोकने में बड़ी सफलता हासिल की है। प्रदेश सीबीएन के अधिकारी ने चीनी सीमा से सटे अरुणाचल प्रदेश में ड्रग्स रैकेट का पर्दाफाश किया है। सीबीएन की टीम ने अरुणाचल प्रदेश में करीब 3 सप्ताह तक रुक कर इस कार्रवाई को अंजाम दिया और 14000 बीघा यानी 3600 हेक्टेयर में लगाए गई अफीम की फसल को नष्ट किया। नष्ट की गई अफीम की फसल की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक अरब 62 करोड़ रुपये आंकी गई है। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के कवर के बीच इस पूरे अभियान को अंजाम दिया गया। सीबीएन मध्य प्रदेश ने अरुणाचल प्रदेश में अवैध रूप से उगाए गए अफीम के जितने खेतों को नष्ट किया है, उससे कम से कम डेढ़ लाख क्विंटल अफीम का उत्पादन होता। यह मात्रा इतनी है जितनी पूरे मध्य प्रदेश में सरकार लाइसेंस देकर भी उत्पादित नहीं करवाती है और उसे दवाओं के निर्माण के लिए संरक्षित किया जाता है।
पर्यटक बनकर अधिकारियों ने दी दबिश

कार्रवाई के लिए सीबीएन नीमच और ग्वालियर में पदस्थ अधिकारियों के दल बनाए गए थे, जो कि फरवरी के अंत में अरुणाचल प्रदेश पहुंचे। पर्यटक के रूप में घूमते हुए अपनी खूफिया जानकारी के आधार पर उन्होंने जंगल का पता किया, जहां अफीम की खेती हो रही थी। केंद्रीय एजेंसियों और सीआरपीएफ के साथ स्थानीय पुलिस की मदद से एक साथ अभियान चलाकर उन अवैध खेतों को नष्ट कर दिया। सीबीएन ग्वालियर के अधीक्षक प्रशांत काम्बले ने बताया कि अरुणाचल प्रदेश में जंगलों के बीच की जा रही अफीम की खेती के तार उग्रवादी संगठनों से जुड़ रहे हैं और सीबीएन को आशंका है कि इस पैदावार की कमाई से आतंकी संगठनों को फंडिग की जा रही है।

दरअसल अगस्त 2021 के बाद से सीबीएन की मध्य प्रदेश इकाई लगातार अफीम और अन्य मादक पदार्थों की तस्करों के खिलाफ कार्रवाई कर रही थी। इसी दौरान मध्य प्रदेश और राजस्थान में एक के बाद कई अफीम तस्करों को पकड़ा गया। उसी दौरान सीबीएन के अधिकारियों को हैरानी हुई कि तस्कर पहले के मुकाबले कम कीमत पर अफीम का सौदा कर रहे थे।

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