प्रशंसकों को झटका : केवल 7 महीने में ही बंद होने वाला है टीवी सीरियल ‘रिश्तों का मांझा’

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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Bollywood News. टेलीविज़न जगत में प्रत्येक वर्ष कई सीरियल्स दस्तक देते हैं। कुछ हिट होते हैं तो कुछ फ्लॉप। कई सीरियल्स कुछ महीनों में ही सफलता की बुलंदियों को छू लेते हैं तथा बदस्तूर आगे बढ़ते रहते हैं किन्तु कुछ ऐसे भी होते हैं जो बहुत जल्दी अंधेरों में गुम हो जाते हैं तथा ऐसा ही एक सीरियल रहा ‘रिश्तों का मांझा’ जिसका केवल 7 महीने में ही बंद होने वाला है। जी हां, केवल सात महीने में। यह खबर जान इस सीरियल के प्रशंसकों को झटका लग सकता है।

वही ‘रिश्तों का मांझा’ टेलीविज़न सीरियल के प्रशंसकों के लिए बुरी खबर है। बीते वर्ष अगस्त में लॉन्च हुआ ये टीवी सीरियल लगभग 7 महीने पश्चात् ऑफ एयर हो रहा है। यह बांग्ला शो दीप ज्वेले जय का रीमेक है, जिसमें आंचल गोस्वामी एवं कृषाल आहूजा ने मुख्य किरदार निभाया हैं। ‘रिश्तों का मांझा’ सीरियल की कल शूटिंग का अंतिम दिन है तथा इस खबर की पुष्टि सीरियल की अभिनेत्री ने की है। ‘रिश्तों का मांझा’ टेलीविज़न सीरियल कोलकाता के दो युवाओं के इर्द-गिर्द घूमता है। लड़की बैडमिंटन से अपना करियर बनाना चाहती है। वह कहानी के हीरो से मिलती है, जो उसके ख्वाबों में उसका साथ देता है। शो की शूटिंग कोलकाता में हुई है।

आंचल गोस्वामी ने बताया, ‘200 एपिसोड के एक बेहतरीन रन के बाद, हमारा शो ‘रिश्तों का मांझा’ अपने तार्किक अंत पर आ रहा है। मैं वास्तव में इस प्रकार के बेहतरीन सीरियल से जुड़कर स्वयं को धन्य महसूस कर रही हूं। मुझे यह बताना होगा कि हमें अपने दर्शकों से जो प्यार और स्नेह प्राप्त हुआ है, वह वास्तव में जबरदस्त था तथा मुझे आशा है कि आने वाले में हम उनका मनोरंजन करते रहेंगे।’ रिश्तों का मांझा शो की अभिनेत्री आंचल गोस्वामी अब एक छोटा सा ब्रेक लेने की रणनीति बना रही हैं। वह बोलती हैं कि मैं एक छोटा ब्रेक लूंगी तथा पोस्ट ब्रेक मेरे अगले प्रोजेक्ट का फैसला करूंगी।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।