मुस्लिम की प्रशंसा पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की पत्नी का ट्विटर अकाउंट अदृश्य

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sadbhawnapaati
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भोपाल। मध्य प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की धर्मपत्नी का ट्विटर अकाउंट अचानक अदृश्य हो गया है। ट्विटर पर उन्होंने एक मुस्लिम युवक की तारीफ कर दी थी लेकिन उनकी उक्त पोस्ट पर जो कमेंट आए उसके बाद यह सब हुआ।

शर्मा उन्हें स्वतंत्र नारी बता रहे हैं और कह रहे हैं कि ऐसे मामलों को ज्यादा तूल नहीं देना चाहिए।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा की धर्मपत्नी स्तुति मिश्रा हैं जो जबलपुर के कृषि विश्वविद्यालय में सहायक प्राध्यापक हैं। खरगोन के सांप्रदायिकों दंगों के बाद उनका एक ट्वीट ऐसा चर्चा में आया कि उनके लिए सिरदर्द बन गया।

ट्वीट में उन्होंने अपने ड्राइवर के साथ एक दवा खरीदने की बात पोस्ट की जिसमें उन्होंने दवा दुकानदार के व्यवहार के बारे में टिप्पणी की थी। रात साढ़े ग्यारह बजे का घटनाक्रम बताते हुए स्तुति ने लिखा कि सब दुकानें बंद हो गई थीं और एक मुस्लिम की दवाई की दुकान खुली थी।

उसने वहां से दवा ली तो दुकानदार युवक ने दवा के साइड इफेक्ट बताते हुए कहा कि आप इसे कम मात्रा में लीजिए तो उन्होंने लिखा कि दुकानदार मुस्लिम था लेकिन बहुत मददगार था। इस पोस्ट में हिंदू मुस्लिम एकता हैशटैग किया।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की पोस्ट पर बवाल मचा

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की पत्नी स्तुति की इस पोस्ट पर ऐसा बवाल मचा कि पहले तो उन्होंने उसे डिलीट किया। मगर मामला यहीं शांत नहीं हुआ और कुछ समय बाद उनका एकाउंट ही अदृश्य हो गया।

इस घटनाक्रम पर कांग्रेस ने आरोप लगाए कि भाजपा की गैंग ने स्तुति के हमलों से परेशान होकर पोस्ट को हटाया और फिर ट्विटर एकाउंट ही खत्म कर दिया।

शर्मा की सफाई

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की धर्मपत्नी की पोस्ट से मचे बवाल को लेकर मीडिया ने जब उनसे सवाल किया तो वे सफाई देते नजर आए।

उन्होंने कहा कि वे भी स्वतंत्र नारी हैं तो अपने विचार लिख सकती हैं। शर्मा ने कहा कि बाद में उनकी पत्नी ने पोस्ट पर सफाई भी दी थी कि उनका वह मतलब नहीं था जो निकाला जा रहा है।

कांग्रेस का हमला

वहीं, पीसीसी अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने तंज कसा है कि स्वतंत्र देश में विचारों की स्वतंत्रता सभी को है। जब भाजपा के लोग ही अपने दिल के विचार नहीं लिख सकते तो बाकी का तो सोचा भी नहीं जा सकता है।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।