भोपाल. मध्य प्रदेश कोटे की राज्यसभा की तीन सीट फिर खाली हो रही हैं. इसमें से दो बीजेपी खाते की और एक कांग्रेस की है.
दावेदारों की कतार है लेकिन टिकट हाईकमान ही तय करेगा. तीन सीटों के लिए महिला-पुरुष, एससी-एसटी सारे समीकरण देखे जाएंगे. कुछ नामों की चर्चा सुर्खियों में है.
मध्य प्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटें जून में खाली हो रही हैं. विधानसभा में संख्या बल के हिसाब से इन तीन में से दो सीट बीजेपी और एक सीट कांग्रेस के खाते में जाना तय है.
कांग्रेस की ओर से एक सीट पर चेहरा लगभग तय है जबकि बीजेपी की तरफ से चेहरा कौन होगा इसे लेकर पशोपेश बना हुआ है. बीजेपी की तरफ से पिछले कुछ समय में राज्यसभा गए चेहरों को देखें तो एक केंद्र की ओर से जबकि एक चेहरा राज्य की ओर से सामने आता है.
इस बार भी ये माना जा रहा है कि बीजेपी इसी फॉर्मूले पर काम करेगी. एक चेहरा केंद्र की ओर से तय किया जाएगा जबकि दूसरे चेहरे के तौर पर प्रदेश से किसी नेता को राज्यसभा भेजा जाएगा.
बीजेपी की तरफ से दावेदारों की बात करें तो केंद्रीय चेहरे के तौर पर केंद्रीय मंत्री पीय़ूष गोयल का नाम सुर्खियों में है. जबकि दूसरे चेहरे के लिए जातिगत समीकरण साधने की कोशिश हो रही है.
इसमें किसी एससी या ओबीसी चेहरे को राज्यसभा में भेजा जा सकता है. एससी चेहरे के तौर पर बीजेपी के अनुसूचित जाति मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य का नाम तेजी से चर्चा में है. वहीं ओबीसी चेहरे के तौर पर कविता पाटीदार का नाम सुर्खियों में है.
कविता पाटीदार का नाम इसलिए भी चर्चा में है क्योंकि जो तीन सीटें जून में खाली हो रही हैं उनमें से एक संपतिया उईके महिला हैं. हालांकि उईके आदिवासी वर्ग से आती हैं. अगर कांग्रेस की बात करें तो विवेक तन्खा का नाम लगभग तय माना जा रहा है. तन्खा का राज्यसभा का कार्यकाल भी जून में ही खत्म हो रहा है.