नगरीय निकाय चुनाव : अब एमपी में भी अपनी सियासी जमीन तलाश रही एआईएमआईएम पार्टी, 22 जिलों में पार्टी ने की चुनाव लड़ने की तैयारी

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ओवैसी ने 9 जून को मप्र के नेताओं के साथ हैदराबाद में बैठक बुलाई, मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में मेयर और पार्षद के प्रत्याशी उतारेगी

मप्र. असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लमीन (एआईएमआईएम)  बिहार और उत्तर प्रदेश में के बाद अब मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले अपनी सियासी जमीन तलाश रही है. नगरीय निकाय चुनाव में अपनी किस्मत आजमाने जा रही यह पार्टी इंदौर, भोपाल, बुरहानपुर समेत करीब 22 जिलों में अपने प्रत्याशी उतारने जा रही है. इसकी तैयारी के लिए ओवैसी ने 9 जून को मध्यप्रदेश के नेताओं को साथ हैदराबाद में बैठक बुलाई है. इसके बाद प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया जाएगा.

हैदराबाद समेत कई दक्षिणी राज्यों में अपनी पैठ बना चुकी असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी अब हिन्दी भाषी राज्यों में पहुंच बढ़ा रही है. बिहार के बाद अभी हाल ही में उत्तर प्रदेश में विधानसभा का चुनाव लड़ चुकी एआईएमआईएम मप्र में विधानसभा चुनाव से पहले नगरीय निकाय चुनाव में अपने भविष्य को तलाशने की कोशिश कर रही है. एमपी के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में मेयर और पार्षद के प्रत्याशी उतारेगी.

एआईएमआईएम के कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष डॉ. नईम अंसारी ने बताया कि सूबे के 22 जिलों में पार्टी ने चुनाव लड़ने तैयारी कर रखी है. इनमें 10 जिलों में चुनावी समीकरणों को लेकर पार्टी का विस्तृत सर्वे भी हो चुका है. हम दो महानगरों में मेयर के प्रत्याशी मैदान में उतारेंगे और बाकी जिलों में पार्षद के प्रत्याशी मैदान में उतारेंगे. इन जिलों के सभी नेताओं को ओवैसी ने 9 जून को हैदराबाद में बैठक बुलाई है. उनका आदेश होते ही हम चुनाव में कूद पड़ेंगे. इंदौर के मुस्लिम बहुल इलाके खजराना में ओवैसी चैरिटेबल क्लीनिक चला रहे डॉ. नईम अंसारी का कहना है कि उनकी पार्टी का मुख्य मुद्दा स्वास्थ्य और शिक्षा रहेगा, हम लोग पिछले पांच साल से मुस्लिम बस्तियों में ओवैसी चेरीटेबल पॉली क्लीनिक चलाकर लोगों की सेवा कर रहे हैं महज 5 रुपए में लोगों का इलाज करते हैं और लोगों को दवा भी मुफ्त देते हैं.

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