इंदौर में पहली बार फेडरेशन ऑफ पेपर ट्रेडर्स एसो. की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक संपन्न 

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
3 Min Read

देश में जितनी लकड़ी कटती है, उसका सिर्फ 31 प्रतिशत उपयोग ही कागज के निर्माण में
इन्दौर। फेडरेशन ऑफ पेपर ट्रेडर्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपक मित्तल ने आज यहां दावा किया कि देश में 47 प्रतिशत कागज रीसाइक्लिंग से, 22 प्रतिशत कृषि अवशेष से और मात्र 31 प्रतिशत पेड़ की लकड़ी से बनता है। पेड़ों की भी वह लकड़ी कागज निर्माण में प्रयुक्त की जाती है, जो निर्माताओं द्वारा स्वयं की भूमि पर खेती करके उगाई जाती है, जिससे हजारों किसानों एवं श्रमिकों को रोजगार भी मिलता है।
देश में जितनी लकड़ी कटती है, उसका 65 प्रतिशत से अधिक का उपयोग निर्माण कार्यों में होता है, लेकिन बदनाम कागज को किया जाता है। अनेक शासकीय एवं अशासकीय संस्थाएं यह प्रचारित करती हैं कि पेड़ों को बचाने हेतु कागज का उपयोग कम करें, जो कि भ्रामक और तथ्यहीन है।
मित्तल ने यह बात आज इन्दौर पेपर ट्रेडर्स एसोसिएशन की मेजबानी में एबी रोड स्थित होटल रॉयल ऑर्चिड में फेडरेशन ऑफ पेपर ट्रेडर्स एसो. ऑफ इंडिया की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के समापन अवसर पर उक्त तथ्यात्मक विचार व्यक्त किए। इंदौर में पहली बार कागज विक्रेताओं की दो दिवसीय बैठक का आयोजन किया गया था। सांसद शंकर लालवानी के मुख्य आतिथ्य में रविवार को बैठक का शुभारंभ हुआ।
लालवानी ने शहर की ओर से देश के 50 शहरों से आए 150 से अधिक कागज विक्रेताओं का स्वागत करते हुए उन्हें बताया कि स्वच्छता में नंबर वन के कीर्तिमान के साथ ही इन्दौर अत्यंत तीव्र गति से विकास कर रहा है। जल्द ही यहां लॉजिस्टिक हब भी बन रहा है।
इंदौर हवाई अड्डे से पीथमपुर तक विशाल इंडस्ट्रियल कॉरिडोर भी बन रहा है, जो इंदौर को एक विशिष्ट पहचान प्रदान करेगा। आईटी हब भी यहां तेजी से विकसित हो रहा है। लालवानी ने सभी प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे इन्दौर को अपनी कर्मभूमि बनाएं।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि राजेन्द्र जैन ने शहर की विकसित कागज मंडी के आंकड़े प्रस्तुत किए और यहां के कागज व्यापारियों की विक्रय शैली, सहयोग एवं कारोबार में पारदर्शिता की खुले मन से सराहना की। प्रारंभ में इंदौर पेपर ट्रेडर्स एसो. की ओर से बैठक संयोजक आशुतोष झंवर, फेडरेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेन्द्र मित्तल एवं अध्यक्ष आशीष बंडी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।
अध्यक्ष बंडी ने संस्था की गतिविधियां भी बताई और कोरोना आपदा के समय किए गए सेवाकार्यों तथा पेपर डे उत्सव की उपयोगिता की जानकारी भी दी। संचालन अंकित बंडी ने किया और आभार माना सचिव प्रीतेश वगेरिया ने। बैठक में कागज के बढ़ते दामों, कागज मिलों द्वारा अपनाई जा रही नीतियों और अन्य विभिन्न मुद्दों पर भी विचार मंथन किया गया।
Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।