इंदौर : एयरपोर्ट टर्नपैड चौड़ीकरण का काम अंतिम दौर में, मिलेंगी 10 और नई उड़ानें

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sadbhawnapaati
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 Indore News in Hindi – कोरोना काल से उबरने के बाद इंदौर एयरपोर्ट फिर पहले जैसी उड़ान भरने को तैयार है। सबकुछ ठीक रहा तो इसी माह के अंत तक इंदौर एयरपोर्ट के खाते में 10 और नई उड़ानें जुड़ जाएंगी।

निजी एयरलाइंस ने रात की उड़ानों के लिए दिलचस्पी दिखाई है। वर्तमान में इंदौर एयरपोर्ट से हर दिन करीब 70 उड़ानें संचालित हो रही हैं। कोविड काल से पहले तक इनकी संख्या 90 से भी अधिक थी।

इस बार समर शेड्यूल में फिर से आंकड़ा 90 के आस-पास पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही थी लेकिन, टर्नपैड के चौड़ीकरण के कारण रात की उड़ानों को अनुमति नहीं दी गई।

अब काम अंतिम दौर में है। एयरपोर्ट प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार निजी एयरलाइंस ने 10 नई फ्लाइट शुरू करने में दिलचस्पी दिखाई है। ये फ्लाइट मिलने से जोधपुर, सूरत, चंडीगढ़ आने-जाने वालों को सहूलियत होगी। जरूरत पडऩे पर एयरपोर्ट फिर 24 घंटे के लिए खोला जा सकता है।

प्रधानमंत्री का विमान इंडिया वन भी हो सकेगा लैंड

दरअसल, प्रधानमंत्री के नए विमान एयर इंडिया वन बोइंग 777 की इंदौर में भी सुरक्षित लैंडिंग हो सके इसलिए टर्नपैड का चौड़ीकरण किया जा रहा है। टर्नपैड के काम से पहले यह विमान इंदौर आ चुका है लेकिन, विमान यहां लैंड करने के बजाय सिर्फ टच एंड गो ही किया गया।

इधर, एयरपोर्ट पहुंचे तो पता चला निरस्त हो गई फ्लाइट, यात्रियों ने किया हंगामा

देवी अहिल्याबाई होलकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ानें निरस्त होने का सिलसिला जारी है। सोमवार सुबह भी एक उड़ान निरस्त होने के कारण एयरपोर्ट पर हंगामे की स्थिति बन गई। यात्री एयरलाइंस कर्मचारियों से दूसरी फ्लाइट की व्यवस्था करने की मांग करने लगे। एयरलाइंस नेे इन्हें रिफंड या रिबुकिंग का विकल्प दिए हैं।

निजी एयरलाइंस इंडिगो की फ्लाइट (6 ई 7316) सुबह साढ़े 6 बजे इंदौर से जबलपुर के लिए उड़ान भरती है। इस फ्लाइट से जबलपुर जाने वाले यात्री सुबह एयरपोर्ट पहुंचे तो उन्हें इसके निरस्त होने की सूचना मिली। एयरलाइंस ने फ्लाइट निरस्त होने के पीछे ऑपरेशनल कारणों का हवाला दिया है। हालांकि, कारण जानने के बजाय यात्रियों ने दूसरे विमान का इंतजाम करने की मांग की।

उनका कहना था, जबलपुर के लिए अब अन्य फ्लाइट नहीं है। काफी देर तक चले हंगामे के बाद यात्री शांत हुए। वहीं, जिन्हें जरूरी काम से जबलपुर जाना था, वे टैक्सी या निजी वाहनों से रवाना हुए।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।