नए वर्क कल्चर से आइटी प्रतिभाओं व प्रोफेशनल्स को अब अपने शहर में ही मिल रहा काम
Indore News in hindi। देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर अब आईटी सिटी बनने की ओर तेजी से कदम बढ़ा रहा है। सुपर कॉरिडोर पर टीसीएस, इंफोसिस की रौनक के बाद अब दुनिया की जानी-मानी एक दर्जन से ज्यादा मल्टीनेशनल आईटी कंपनियों ने इंदौर से काम शुरू कर दिया है। आइटी सेक्टर में वर्क फ्राॅम होम के बाद नया वर्क कल्चर वर्क फ्रॉम योर सिटी ट्रेंड में है। इंदौर इस कल्चर के लिए परफेक्ट होने के कारण कंपनियों की पहली पसंद बनता जा रहा है।
कोरोना के बाद आईटी के क्षेत्र में इंदौर तेजी से आगे बढ़ा है। दुनिया की नामी कंपनियां यहां के टैलेंट को ज्यादा अवसर देना चाह रही हैं, इसलिए कंपनियों ने वर्क फ्रॉम योर सिटी कॉन्सेप्ट के साथ इंदौर व आसपास के आईटी प्रोफेशनल्स के साथ काम शुरू कर दिया है। आईटी कंपनी नगारो, एक्सेंचर और इंफोबींस इसी कल्चर पर काम कर रही हैं। कंपनियों ने टीयर टू सिटी में स्थायी ऑफिस शुरू कर दिए हैं। स्वच्छता में नंबर वन की पहचान और आइटी टैलेंट हब होने से कंपनियों की इंदौर में खासी रुचि है।
ऐसा है वर्क फ्रॉम योर सिटी कल्चर
कंपनियां खुद आइटी टैलेंट वाले शहरों में जाकर वहां व आसपास के छोटे शहरों के युवाओं को वर्क फ्राॅम होम के साथ अवसर दे रही हैं। कुछ कंपनियां बेंगलूरु, पुणे, हैदराबाद से काम करवा रही हैं तो कुछ ने इंदौर में कार्यालय खोले हैं। जहां से समन्वय किया जाता है। इसमें प्रोफेशनल्स को प्रोजेक्ट्स आदि पर चर्चा के लिए हफ्ते या महीने में एक बार ही कार्यालय आना होता है। स्थानीय कार्यालय होने से यह काम और आसान हो रहा है। युवाओं को अपना शहर भी नहीं छोड़ना पड़ता है।
अपने शहर में ही मिल रहा काम
कोरोना में वर्क फ्राॅम होम को लेकर आइटी कंपनियों का अनुभव अच्छा रहा। इसकी व्यावहारिक दिक्कतों को दूर कर कंपनियों ने अब वर्क फ्रॉम योर सिटी वर्क कल्चर शुरू किया है। कंपनियां युवाओं को महानगरों में न बुलाते हुए उनकी सिटी से ही काम करने के अवसर दे रही हैं। हमने भी बड़ौदा में इसी पैटर्न पर काम शुरू किया है। छोटा ऑफिस लेकर बड़ौदा व आसपास की शहरों के आईटी प्रोफेशनल्स के साथ काम कर रहे हैं।
– सिद्धार्थ सेठी, एमडी, इंफोबींस
एक साल में 12 से ज्यादा कंपनियां
एक साल में इंदौर में 12 से ज्यादा मल्टीनेशनल कंपनियों ने काम शुरू किया है। इंदौर में प्रमुख रूप से टीसीएस, इंफोसिस, एक्सेंचर, टेक महिंद्रा, परसिसटेंट, टास्कअस, डब्ल्यूएम लॉजिस्टिक, विप्रो, ग्लोबंट, डीएक्ससी, राउटेन व अन्य हैं। सिंहासा आईटी पार्क के लिए कंपनियों के आवेदन मिल रहे हैं।
– द्वारकेश सराफ, एमपीएसईडीसी
बता दें कि वर्तमान में इंदौर में 250 आइटी कंपनियां कार्य कर रही हैं। 1761 करोड़ का निर्यात इंदौर में एसईजेड इकाइयों से होता है एवं 873 करोड़ का निर्यात गैर एसईजेड इकाइयों से होता है। 800 करोड़ का निवेश एक साल में आईटी-आइटीएस कंपनियों ने किया है।