लगातार बारिश के चलते लबालब हुआ यशवंत सागर, एक गेट खोला गया

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इंदौर. लगातार हो रही बरसात के चलते यशवंत सागर तालाब लबालब हो गया है। इस कारण मंगलवार सुबह इसका एक गेट खोला गया, ताकि पानी निकल सके। इसके अलावा अन्य तालाबों का जल स्तर बढ़ा है।

रविवार रात 3 बजे से शुरू हुई बारिश आज भी लगातार जारी है। कभी तेज तो कभी धीमे पानी बरस रहा है। इससे मौसम में ठंडक घुल गई है। लगातार हो रही बरसात की वजह से यशवंत सागर तालाब पूरी तरह लबालब हो गया है। आज सुबह 7 बजे यशवंत सागर पर 5 फीट ऊंचाई तक एक गेट को खोला गया। गेट 1 घंटे 20 मिनट तक खुला रहा। शहर के पास महू सहित कैचमेंट एरिया में अच्छी बरसात के चलते यशवंत सागर क्षमता 19 फीट से ज्यादा भर गया है। बारिश के चलते अन्य तालाबों का भी जल स्तर बढ़ गया है। इसके अलावा शहर में बहने वाली फतनखेड़ी, कान्ह-सरस्वती नदी में भी जलस्तर बढ़ गया है। शहर के छोटे-बड़े नाले उफान पर हैं।

किस तालाब में कितना पानी…
यशवंत सागर : क्षमता 19 फीट और भराया 19 फीट तक।
बड़ा बिलावली तालाब : क्षमता 34 फीट और भराया 20 फीट 2 इंच।
छोटी बिलावली तालाब : क्षमता 12 फीट और अभी पूरा खाली है। जब तक बड़ी बिलावली तालाब पूरा नहीं भराएगा, तब तक इसमें पानी नहीं आएगा।
बड़ा सिरपुर तालाब : क्षमता 16 फीट और भराया 12 फीट ।
छोटा सिरपुर तालाब : क्षमता 14 फीट और भराया 13 फीट 10 इंच ।
पीपल्यापाला तालाब : क्षमता 22 फीट और भराया 10 फीट 11 इंच ।
लिम्बोदी तालाब : क्षमता 16 फीट और भराया 7 फीट 10 इंच ।

वर्षों से उपेक्षित पड़े नाले को किया साफ, भराया पानी
सिल्वर स्प्रिंग्स फेज-1 का नाला वर्षों से उपेक्षित पड़ा था। इसकी सफाई न होने से बरसात का पानी नहीं रूकता था। इस नाले को नगर निगम और एनजीओ की टीम ने मिलकर जहां साफ किया, वहीं नाले पर चेक डेम बनाए। इसका परिणाम यह हुआ कि नाले में अब बारिश का पानी रूकने लगा है। साथ ही वह अब पूरी तरह भर गया है। इस पानी को सीवर ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचाकर साफ कर उपयोग में लिया जाएगा।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।