रीगल तिराहा बना जनता चौक – गांधी प्रतिमा पर जुटे इन्दौर को बचाने वाले इंदौरी

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sadbhawnapaati
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कांग्रेसियों का मौन प्रदर्शन, भारत हितरक्षा अभियान के सदस्यों ने दिया ज्ञापन विभिन्न संगठनों से जुड़ी महिलाएं भी बढ़ते अपराध के खिलाफ हुई एकत्रित
Indore News in Hindi | मां अहिल्या की नगरी इंदौर में पिछले कुछ समय में तेजी से अपराधों में इजाफा हुआ है। इनमें हत्या, चोरी, लूट, शराब पीकर गाड़ी चलाने से हुई सड़क दुर्घटना, बच्चों का अपहरण, महिला अपराध, साइबर अपराध, नशे के सामान की आसानी से बिक्री विशेषकर युवाओं और बस्ती क्षेत्र में आदि शामिल है।
इन सभी गंभीर विषयों पर तुरंत संज्ञान लेने नाईट कल्चर तुरन्त बन्द करने की मांग करते भारत हितरक्षा अभियान समिति के सदस्यों ने रीगल तिराहे पर एकत्रित हो गांधी प्रतिमा के समीप प्रदर्शन करने के बाद पुलिस आयुक्त को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई कि नशे के सरगनाओं पर सख्त कार्यवाही हो, रात्रि में पुलिस की गश्त बढ़े और इन्दौर की पुलिस सभी प्रकार के दबावों से मुक्त होकर अपराधियों पर सख्त कार्यवाही करें जिससे अपराधी प्रवृत्ति के लोगों में भय व्याप्त हो और आम जनमानस में पुलिस पर विश्वास बढ़े।
वहीं कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी मुंह पर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया तो कृष्णबाग में हुए गोलीकांड में मृतक के परिजनों ने भी गार्ड को फांसी देने की मांग की। पीड़ित परिवार की महिलाएं रीगल तिराहे पर बैठ गई और जमकर नारेबाजी भी की।
रीगल तिराहे पर शहर बचाने के इस प्रदर्शन के लिए सोशल साइट्स पर मैसेज चलाए गए थे। इन मैसेजो को पढक़र जितने भी लोग यहां जुटे उनके हाथों में शहर को नशे और अपराध से बचाने के लिए संदेश लिखी तख्तियां थीं। रीगल तिराहे पर लगी गांधी प्रतिमा के चारों ओर से लेकर साइड में भी लोग पंक्तियों में हाथों में बैनर, तख्तियां लिए नजर आए तो एक और कांग्रेसी भी मुंह पर काली पट्टी बांधकर इन्दौर में बढ़ते अपराधों का विरोध करते नजर आ रहे थे।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।