इंदौर। शासकीय होलकरहोलकर कॉलेज में न्यूनतम वेतन से वंचित कर्मचारी हड़ताल पर महाविद्यालय के गैर-शैक्षणिक तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को तीन साल से श्रम आयुक्त द्वारा निर्धारित न्यूनतम वेतन नहीं दिया जा रहा है, जिससे कर्मचारी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठने को मजबूर हैं।
ज्ञापन और मांगें:
कर्मचारियों ने 17 जून 2025 को ज्ञापन के माध्यम से जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष, प्रिंसिपल और कलेक्टर को अवगत कराया था। इसमें कलेक्टर द्वारा तय न्यूनतम वेतन दर के अनुसार वेतन लागू करने की मांग की गई।
बैठक के मिनट्स में स्पष्ट निर्देश:
समिति की 26 सितंबर 2015 की बैठक के मिनट्स (क्रमांक 15) में उल्लेख है कि समय-समय पर निर्धारित वेतनमान ही कर्मचारियों को दिया जाएगा। इसके बावजूद, होलकर साइंस कॉलेज में यह नियम पिछले तीन वर्षों से लागू नहीं किया गया है।
असमान व्यवहार: अन्य महाविद्यालयों में कलेक्टर द्वारा तय न्यूनतम वेतन कर्मचारियों को नियमित रूप से दिया जा रहा है, जबकि होलकर कॉलेज में इसका पालन नहीं हो रहा।
कर्मचारियों की कठिनाई:
समिति अध्यक्ष दिनेश खंडेलवाल द्वारा वेतन बढ़ोतरी की स्वीकृति नहीं दिए जाने के कारण कर्मचारी गंभीर आर्थिक परेशानियों का सामना कर रहे हैं। कर्मचारी स्पष्ट कर चुके हैं कि उनकी मांगें पूरी न होने तक हड़ताल जारी रहेगी।