MP News in Hindi। मौसम में परिवर्तन का दौर जारी है। पिछले दो दिनों में मध्य प्रदेश और बिहार सहित भाजपा के कई हिस्सों में बारिश और गरज चमक के साथ बारिश का पूर्वानुमान जताया गया। वहीं 24 घंटे के मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र के कई हिस्से में ओलावृष्टि देखी गई है। गरज चमक सहित आंधी का पूर्वानुमान जारी किया गया है।
मध्यप्रदेश में बीते तीन दिनों से जारी बारिश का सिलसिला सोमवार को भी जारी है। मौसम विभाग ने मई माह में भी बारिश की चेतावनी जारी की है। जहां बारिश से लोगों को अप्रैल-मई माह में पड़ने वाली भीषण गर्मी से राहत मिल गई है तो वहीं, जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार आगामी कुछ घंटों में प्रदेश के 20 से ज्यादा जिलों में तेज आंधी तूफान के साथ बारिश हो सकती है।
वहीं उज्जैन, ग्वालियर, शाजापुर, छतरपुर समेत कुछ जिलों में ओले गिरने के आसार भी है। मौसम वैज्ञानिकों ने पांच मई तक ऐसा ही मौसम रहने के आसार व्यक्त किए हैं। लगातार जारी बारिश के चलते कई जिलों में पारा लुढ़ककर 20 डिग्री के नीचे पहुंच गया है, जिससे लोगों को गर्मी के मौसम में भी ठंडक का अहसास हो रहा है। कई स्थानों पर लोग ठंडक से बचने के लिए अलाव का सहारा लेते हुए भी नजर आ रहे हैं।
मौसम विभाग ने आगर, नीमच, मंदसौर, उज्जैन, इंदौर, धार, गुना, बड़वानी, झाबुआ, रतलाम, खरगोन, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, रायसेन, भोपाल, जबलपुर, सतना, रीवा, कटनी, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, दतिया, सीधी, टीकमगढ़, सिवनी, छिंदवाड़ा जिले में येलो अलर्ट जारी किया है। जबकि राजगढ़, सीहोर, शाजापुर, सागर, विदिशा, देवास, बैतूल, पन्ना, कटनी, दमोह और उमरिया जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, अशोकनगर और छतरपुर में रेड अलर्ट जारी किया है।
वही उत्तर भारत में तापमान 40 डिग्री के आसपास देखा गया था। हालांकि अब स्थिति बदल गई है। वही 27 अप्रैल से दिल्ली और एनसीआर सहित पंजाब हरियाणा राजस्थान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आसपास के इलाकों में मौसम बदल गया है। तेज हवा चलने के साथ गरज चमक और बारिश का भी अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही पर्वतीय राज्य में भी बर्फबारी का दौर जारी रहेगा। हिमाचल, उत्तराखंड में बारिश की चेतावनी जारी की गई है। 17 साल बाद शिमला में भारी बारिश और 10 वर्ष में अधिकतम तापमान सबसे कम रिकॉर्ड किया गया है।
शनिवार रात और रविवार को शिमला में 54 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। 2006 में 56 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई थी। रविवार को भी बारिश का दौर जारी रहा है। वहीं सोमवार से अगले 5 दिनों तक हिमाचल में बारिश का दौर जारी रहने वाला है। 7 मई तक हिमाचल में मौसम सुहावना बना रहेगा। 30 अप्रैल तक सामान्य से 63 प्रतिशत अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। अप्रैल में कई जिलों में भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है।
इस साल अप्रैल में 104 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। बिलासपुर में सबसे अधिक 201 प्रतिशत जबकि चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, किन्नौर, कुल्लू, लाहौल स्पीति, शिमला, सिरमौर, सोलन और उना में भी अधिक बारिश और बर्फबारी रिकॉर्ड की गई है।
उत्तराखंड में पहाड़ से मैदान तक बारिश से ठंड बढ़ गई है ऊंचाई वाले इलाके में बर्फबारी का येलो अलर्ट जारी किया गया है। 3500 मीटर से अधिक वाले इलाके में तेज बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई गई है। कई जगह पर बारिश और ओलावृष्टि की भी संभावना जताते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
बीते दिनों राजस्थान के देहरादून समेत मैदान के अधिकतर इलाकों सहित पहाड़ी क्षेत्रों पर बारिश रिकॉर्ड की गई है। यमुनोत्री सहित यमुना घाटी में भी बारिश लगातार देखी जा रही है वहीं ऊंचाई वाले स्थानों पर भी बर्फबारी से ठंड बढ़ गई है। 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की र तार से हवा चलने की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही लोगों को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
इन राज्यों में वज्रपात और ओलावृष्टि का अलर्ट
उत्तर पश्चिम भारत में बात करें तो हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा ज मू और हिमाचल प्रदेश के कई संभागों में भारी बारिश की चेतावनी जारी कर दी गई है। राजस्थान के अलग-अलग हिस्से में 4 मई तक ओलावृष्टि का पूर्वानुमान जताया गया है।