आरटीओ के पिटोल चेकपोस्ट पर बस मालिकों एवं चालकों की मनमानी 

sadbhawnapaati
3 Min Read

ओवरलोड के चालान से बचने के लिए बीमार और बुजुर्गों को चेक पोस्ट के पहले उतार देते हैं…!
इन्दौर। क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय की पिटोल चेकपोस्ट पर इन दिनों बस चालकों और मालिकों के विरुद्ध चल रही चालानी कार्रवाई से बचने के लिए बस चालकों ने नया तरीका खोज निकाला है। चेकपोस्ट के पहले ओवरलोड गाड़ी में से सवारियों को नीचे उतारकर उन्हें पैदल ही चेकपोस्ट के आगे आने के लिए कहा जाता है। इनमें कई बुजुर्ग और बीमार यात्रा भी होते हैं, लेकिन चेकपोस्ट पर पदस्थ परिवहन कार्यालय की कर्मचारियों की आंखों में धूल झोंकते हुए बस चालक यात्रियों के साथ  क्रूर मजाक कर रहे हैं, लेकिन कोई भी बस चालकों की इस मनमानी के खिलाफ कदम नहीं उठा रहा है।
पिटोल चेकपोस्ट पर जब से बसों में ओवरलोडिंग के खिलाफ अभियान चलाया गया है, तब से बस संचालकों ने यह तरीका अपना रखा है। जब गाड़ी चेकपोस्ट पर पहुंचती है तो निर्धारित संख्या में यात्री होने के कारण परिवहनकर्मी कोई कार्रवाई नहीं कर पाते हैं। दूसरी ओर बुजुर्ग और बीमार यात्री जब पैदल-पैदल चेकपोस्ट के सामने से गुजरते हुए एक दो फर्लांग की दूरी तय करते हैं तब पता चलता है कि बस चालकों ने इन्हें चालानी कार्रवाई के डर से पहले ही उतार दिया है और जब बस चेकपोस्ट से निकल जाएगी तब आगे जाकर इन यात्रियों को पुनः बिठा लिया जाएगा। इस तरह बस संचालकों द्वारा परिवहन सुविधा के नाम पर यात्रियों के साथ क्रूर मजाक किया जा रहा है।  इस दौरान यात्रियों की जान भी खतरे में पड़ी रहती है।
वैसे पिटोल चेकपोस्ट के प्रभारी अलीम खान ने वर्ष 2021-22 में रिकार्ड तोड़ राजस्व वसूली का कीर्तिमान भी बनाया है। उन्होंने ओवरलोड एवं कागजों की कमी सहित अन्य धाराओं में 4 करोड़ 61 लाख 23 हजार रुपए का समझौता शुल्क वसूल किया है, जबकि वर्ष 2020-21 में यह आंकड़ा 2 करोड़ 5 लाख 37 हजार रुपए था। यह पिछले वर्ष की तुलना में 124 प्रतिशत अधिक है। इसी तरह वर्ष 2021-22 में पिटोल चेकपोस्ट पर 15 करोड़ 79 लाख रुपए का राजस्व अर्जित किया गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 27 प्रतिशत अधिक है। बस संचालकों द्वारा चालानी कार्रवाई से बचने के इन तरीकों के कारण चेक पोस्ट की राजस्व आय पर भी असर हो रहा है। क्षेत्र के कुछ जागरूक नागरिकों ने इस मामले की शिकायतें भोपाल एवं ग्वालियर स्थित परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भी भेजी है।
Share This Article