आयुष चिकित्सक भी करवा सकेंगे आयुष्मान भारत में अपना रजिस्ट्रेशन

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
3 Min Read

प्रदेश में 18 हजार से अधिक आयुष चिकित्सक हैं कार्यरत 
इन्दौर । प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के डिजिटाइजेशन को बढ़ावा देने के लिए डिजिटलर इकोसिस्टम विकसित किया जा रहा है।
इस सुविधा से मध्यप्रदेश के निजी और सरकारी आयुष चिकित्सकों को आयुष्मान भारत में अपना रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।
नेशनल प्लेटफार्म में रजिस्टर्ड होने के बाद चिकित्सक टेलीमेडिसिन एवं ऑनलाइन चिकित्सा परामर्श के लिए देश के मरीजों से सीधे संपर्क में रहेंगे।
केन्द्रीय आयुष मंत्रालय के अंतर्गत भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग ने सभी सरकारी और निजी क्षेत्र में सेवारत शिक्षकों और चिकित्सकों को इस मिशन में रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए परिपत्र जारी किया है।
हेल्थकेयर प्रोफेशनली रजिस्ट्री (एचपीआर) में केन्द्रीय पोर्टल hpr.abdm.gov.in पर रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया गया है।
मध्यप्रदेश आयुर्वेद, यूनानी एवं प्राकृतिक चिकित्सा बोर्ड के रजिस्ट्रार डॉ. पंकज गुप्ता ने बताया कि उक्त निर्देशों में मध्यप्रदेश में पंजीकृत आयुर्वेद, यूनानी एवं प्राकृतिक चिकित्सकों का पंजीयन हेल्थकेयर प्रोफेशनली रजिस्ट्री के प्लेटफार्म पर किया जा रहा है।
मध्यप्रदेश में लगभग 18 हजार 200 चिकित्सक रजिस्टर्ड हैं, इनमें 16 हजार आयुर्वेद, 2 हजार यूनानी और नेचुरोपैथी के 200 चिकित्सक शामिल हैं।

निःशुल्क है रजिस्ट्रेशन 

रजिस्ट्रेशन नि:शुल्क है और रजिस्ट्रेशन की जानकारी केन्द्र सरकार के आयुष भारत डिजिटल मिशन के पोर्टल mdhm.gov.in के साथ मध्यप्रदेश आयुर्वेद, यूनानी एवं प्राकृतिक चिकित्सा बोर्ड की वेबसाइट ayurved.mponline.gov.in  पर भी उपलब्ध है।
रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया बहुत आसान है और इसे पांच मिनट में पूरा किया जा सकता है। रजिस्ट्रेशन के बाद ही चिकित्सक ऑनलाइन इलाज चाहने वाले मरीजों के लिए उपलब्ध होंगे और चिकित्सकों का नाम केन्द्र सरकार के पोर्टल पर दिखाई देगा।
चिकित्सकों द्वारा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के बाद उनका सत्यापित प्रोफाइल NCISM द्वारा सत्यापन के बाद नेशनल प्लेटफार्म पर उपलब्ध होगा।
एक बार सत्यापित प्रोफाइल नेशनल प्लेटफार्म पर उपलब्ध हो जाती है तो चिकित्सक, रोगियों को खोजने और कनेक्ट करने के लिए सभी स्वास्थ्य सेवा प्रदाता वेबसाइटों और एप्लिकेशन पर ऑनलाइन दिखाई देंगे।

साथ ही मरीज अपना ऑनलाइन स्वास्थ्य रिकॉर्ड रजिस्टर्ड चिकित्सक को साझा कर सकेंगे।

आयुष चिकित्सकों के नेशनल प्लेटफार्म पर रजिस्टर्ड होने के बाद रजिस्टर्ड चिकित्सक टेलीमेडिसिन एवं ऑनलाइन चिकित्सा परामर्श के लिए नागरिकों एवं मरीजों के सीधे संपर्क में रहेंगे इस प्लेटफार्म में रजिस्टर्ड चिकित्सक सरकार द्वारा आवश्यक एनओसी जारी कर सकेंगे तथा विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ भी उठा सकेंगे।
हेल्थकेयर प्रोफेशनली रजिस्ट्री में नामांकित होने के बाद रजिस्टर्ड चिकित्सक अधिक से अधिक रोगियों तक ऑनलाइन पहुंच सकेंगे और टेलीकंसल्टेशन के माध्यम से प्रभावी स्वास्थ्य सेवा प्रदान कर सकेंगे।
इस सिस्टम से जन-सामान्य को मान्यता प्राप्त आयुष चिकित्सकों सेवाएँ प्राप्त हो सकेगी, जिससे स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में पारदर्शिता भी कायम होगी।
Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।