मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को कोरोना संक्रमण से पैदा हुए मौजूदा हालात पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक की। इस बैठक में उन्होंने कहा कि रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि ऐसा करने वालों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून यानी रासुका के तहत कार्रवाई की जाए। यही नहीं ऑक्सीजन की आपूर्ति को लेकर अफवाह उड़ाने वालों और भ्रामक जानकारियां देने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाए।
इस बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव (गृह) डॉ. राजेश राजौरा सहित अन्य अधिकारी शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि कोरोना कर्फ्यू के लिए जिस तरह से जनता आगे आई है, उससे संक्रमण फैलने की गति कम हुई है। जनता के सहयोग से संक्रमण पर नियंत्रण बनाए रखना जरूरी है। संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी है कि लोग घर पर रहें और अनावश्यक बाहर न निकलें। मुख्यमंत्री ने कहा कि संक्रमण की चेन को तोड़कर ही कोरोना पर नियंत्रण पाया जा सकता है
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मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि जहां लोग गैर जरूरी कामों से घरों से बाहर निकल रहे हैं, उन पर कार्रवाई भी करें। मास्क और शारीरिक दूरी का पालन अनिवार्य रूप से होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए योग से निरोग कार्यक्रम और काढ़ा वितरण जैसी गतिविधियों को तेजी से आगे बढ़ाया जाए। टीकाकरण के लिए लोगों को प्रेरित करें। इसमें स्वयंसेवी संगठनों का सहयोग लें। एक मई से प्रदेश में 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों का नि:शुल्क टीका लगेगा।
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