चोरी पकड़ने के लिए ही नहीं बल्कि चोरी करने के लिए भी आजकल टेक्नोलॉजी का भरपूर उपयोग हो रहा है. उज्जैन में एक बटन दबाते ही किसान के फसल से 7 किलो अनाज चोरी हो जाता था.
यह मामला जब उजागर हुआ तो किसानों ने जमकर हंगामा किया. उज्जैन-आगर के नेशनल हाईवे को जाम कर दिया गया. इसके बाद जब व्यापारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की सहमति बनी तब जाकर हंगामा शांत हुआ.
किसानों ने जब्त किया रिमोट
उज्जैन के समीपस्थ पाल खेड़ी में रहने वाले ईश्वर पटेल नामक किसान ने उज्जैन की कृषि उपज मंडी की शारदा ट्रेडिंग कंपनी नामक दुकान पर अपनी फसल बेची थी.
जब फसल को तौलना शुरू किया गया तो किसान को कुछ शक हुआ. एक व्यापारी बार-बार तोल कांटे की तरफ देखकर एक बटन दबा रहा था जिससे अचानक फसल कम हो रही थी.
इसके बाद किसान गोपाल ने अपने परिचित किसानों को बुलवाया और रिमोट कंट्रोल जब्त कर लिया. इसके बाद व्यापारी राजू जायसवाल की पोल खुल गई.
मौके पर पहुंची पुलिस
दरअसल व्यापारी रिमोट के जरिए किसानों की फसल तौलते समय 7 किलो तक वजन कम कर देता था. इस घटना के बाद किसानों ने जमकर हंगामा किया और नेशनल हाईवे को जाम कर दिया.
इसके बाद चिमनगंज मंडी पुलिस मौके पर पहुंची और किसानों को कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया.
जिसके बाद चक्का जाम खुला. कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि इस मामले में व्यापारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश जारी किये गए हैं.
नापतौल विभाग ने भी शिकायत को सही बताया
इस मामले में नापतौल विभाग की टीम को जब सूचना मिली तो इंस्पेक्टर संजय पाटणकर मौके पर पहुंचे और शिकायत को सही पाने पर एफआईआर दर्ज करने की बात कही.
नापतौल विभाग के अधिकारियों के मुताबिक कांटे के वजन को हेरफेर करने के लिए रिमोट का इस्तेमाल किया जा रहा था.
किसान की ओर से शिकायत मिलने के बाद रिमोट कंट्रोल और कांटे दोनों की जांच की जा रही है. इस मामले में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस थाने में भी अपराध दर्ज कराया जा रहा है.
किसान नेता अशोक जाट ने इस मामले में उन किसानों की राशि लौटाए जाने की मांग की है जिनके साथ ठगी की वारदात हुई है. उन्होंने पिछले कुछ महीनों में किसानों द्वारा बेचे गए माल और किसानों के साथ हुई ठगी के मामले में हर्जाना भी मांगा है.