इंदौर । नगर निगम ने नई बिल्डिंग ओर मकानों में जिस वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने का ठेका एनजीओ को दिया है अब उसी के खिलाफ निगम में शिकायतें भी हो रही है। इस मामले को लेकर कई बिल्डिंग के प्रमुख तथा मकान मालिकों द्वारा भी इस तरह की परेशानी बताई जा रही है कि वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम में खराबी लगातार आ रही है ।
बताया जाता है कि वाटर हार्वेस्टिंग नई बिल्डिंग के लिए अनिवार्य होने के साथ-साथ अब नई बिल्डिंग के नक्शे की स्वीकृति के दौरान सौर ऊर्जा सिस्टम भी अनिवार्य किया जा रहा है। ऐसे में अभी शहर में जिन इलाकों में लगातार वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को लगाया गया है और जिस एनजीओ द्वारा लगाया गया है। वह सिस्टम खराब हो रहा है तथा बराबर काम भी नहीं कर रहा है। मकानों या बिल्डिंग की छत पर इस तरह का सिस्टम लगाया जिसका पानी नीचे आता है और बारिश के दिनों में यह सिस्टम बेहद कारगर साबित होता है लेकिन इस सिस्टम में लगातार खराबी आ रही है तो कई उपकरण में जंग भी लग चुका है । ऐसे में एनजीओ का खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही लेकिन एनजीओ द्वारा इस तरह का काम काफी समय पहले से बंद कर दिया इसलिए निगम भी कुछ नहीं कर पा रहा है ।
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ऐसा अधिकारियों का भी कहना है इस मामले को लेकर फिलहाल कुछ नहीं कहा जा सकता है लेकिन लगातार इस सिस्टम में खराबी आ रही है। वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बड़े पैमाने पर शहर में लगाया गया है जिसका पानी बारिश के दिनों में इकट्ठा भी होता है एवं बेहतर भी रहता है इसलिए यह काम किया गया है लेकिन जिस एनजीओ के माध्यम से वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगा है उसके द्वारा एक तरह से देखा जाए तो खराब क्वालिटी के सिस्टम लगाने के कारण परेशानी आ रही है।
इस मामले को लेकर अपर आयुक्त संदीप सोनी से चर्चा का प्रयास किया लेकिन उनके द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया है।
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