टी20 वर्ल्ड कप 2021 में भारत का प्रदर्शन सभी के लिए चौकाने वाला रहा है. चाहे हम देशवासियों की बात करें, या फिर विदेशी प्लेयर्स की. सभी इस बात को सोच रहे हैं कि आखिर क्या हो गया भारतीय टीम को.
जो इस टी20 वर्ल्ड कप की सबसे मजबूत टीम मानी जा रही थी. वो टीम अब बस टूर्नामेंट से बाहर होने को है. पाकिस्तान न्यूजीलैंड ने टीम इंडिया के सपनों को तोड़ दिया है. लेकिन आखिर क्यों भारत का प्रदर्शन इतना कमजोर रहा. क्या ICC BCCI भी इसके लिए जिम्मेदार हैं. Bcci के शेड्यूल से टीम थक गयी? या फिर icc के पैसा बनाने के चक्कर में टीम को नतीजा भुगतना पड़ा. तो चलिए आज इसी पर आपको बताते हैं कि कैसे BCCI ICC की प्लानिंग बनी है टीम के लिए भारी.
भारत की टीम पिछले चार महीने से बायो बबल में है. जी हाँ. टीम पिछले चार महीनों से विदेशों में जाकर खेल रही है. जिसका नतीजा ये हुआ कि टीम के ऊपर बायो बबल की थकान साफ़ तौर पर देखी जा सकती है. कई खिलाडी बोल भी चुकें हैं कि लगातार बायो बबल में रहने से दिमाग की थकान शुरू हो जाती है. फिर जैसे ही इंग्लैंड का दौरा खत्म हुआ तुरंत ही आईपीएल शुरू हो गया.
आमतौर पर यही होता है कि मैचों के शेड्यूल पर प्लेयर्स का कोई भी कंट्रोल नहीं होता है. अब महामारी की वजह से बायो बबल में लगातार रहना बहुत ही ज्यादा मुश्किल काम है. बोर्ड को देखना चाहिए कि एक बड़े टूर्नामेंट से पहले प्लेयर्स को आराम करने का प्रॉपर टाइम मिल सके. क्योंकि बायो बबल में एक जैसा ही आपका रूटीन बन जाता है. 4 महीने बहुत लंबा समय होता है. BCCI अब वर्ल्ड कप के बाद विराट कोहली, रोहित शर्मा, केएल राहुल जैसे बड़े प्लेयर्स को आराम दे सकती है. अगर यही काम पहले हो जाता तो शायद रिजल्ट कुछ ही होता.
ये तो बात हुई BCCI की. अब आपको बताते हैं कि कैसे ICC की वजह से भारत को नुकसान हुआ है. ICC को पता है कि इंडिया के मैचों के लिए लोग काफी इंतज़ार करते हैं. जिससे आईसीसी खूब पैसा बना सकती है. इसी को देखते हुए आईसीसी ने भारत के सभी मैच शाम को रखे और शुरूआती सारे मैच बड़ी टीमों से रखे. शाम को आप जानते ही हैं कि ओस हार जीत में कितना फर्क ला सकती है. अगर बाकी बड़ी टीमों जैसे इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका को देखें तो इन सभी का कम से कम एक मैच दोपहर में हुआ है. जिसकी वजह से ओस का असर ना के बराबर होता है. भारत ने दोनों ही मैचों में टॉस हारा है, जिसकी वजह से बाद में बोलिंग करनी पड़ी है. साथ ही भारत के एक मैच को छोड़कर सभी मैच दुबई में हुए हैं. क्योंकि दुबई का ग्राउंड बड़ा है. जिससे ज्यादा दर्शक आएगें तो ICC की मोटी कमाई हो सके। इससे ICC को तो फायदा हुआ पर भारत को नुकसान हो गया.
खैर अगर भारत इस वर्ल्ड कप से बाहर हुआ तो इससे ज्यादा नुकसान BCCI ICC को हो सकता है. क्योकि भारत के सेमीफाइनल फाइनल में जाने से पैसों की बरसात होना तय माना जाता है. अब ये तो आने वाले कुछ दिनों में पता चल ही जायगा कि भारत का सफर कितना लंबा है इस वर्ल्ड कप में. क्योंकि अब टीम को दूसरी टीमों के रिजल्ट को भी देखना होगा.