मध्य प्रदेश में कथा वाचक प्रदीप मिश्रा के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उल्लेख करने पर सियासत गरमा गई है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कथा वाचक प्रदीप मिश्रा से पूछा मोदी प्रसंग हमारे किस धार्मिंक ग्रंथ का अंग है। इस पर गृहमंत्री नरोंत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है।
पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने प्रदीप मिश्रा का वीडियो शेयर कर सवाल कर ट्वीट किया कि माननीय मशहूर कथा वाचक श्री प्रदीप मिश्रा जी से बड़ी विनम्रता से पूछना चाहता हूं कि मोदी प्रसंग हमारे किस ग्रंथ का अंग है?
वीडियो में प्रदीप मिश्रा अपने श्रोताओं से कह रहे हैं कि 24 घंटे मोदी के पीछे पड़े रहते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं तो हिंदू है। नहीं होगा तो रोएंगे। वह श्रोताओं से भगवान से प्रार्थना करने को कह रहे हैं कि उन्हें नरेंद्र मोदी जैसा प्रधानमंत्री मिला।
दिग्विजय सिंह ने सवाल किया कि आप कह रहे हैंं कि “मोदी हैं तो हिंदू है”। क्या हिंदुओं का अस्तित्व मोदी जी के जन्म लेने के बाद हुआ है? सनातन धर्म जिसे अब हिंदू धर्म भी कहा जाता है हजारों साल पुराना है। अनंत है। आपके यह वचन हमारे सनातन धर्म उसकी मान्यता परंपरा संस्कार व संस्कृति के विरुद्ध है। आप धार्मिक कथा कह रहे हैं या मोदी जी का प्रचार कर रहे हैं?
दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा क अच्छा तो कांग्रेस तय करेगी कथावाचक क्या बोलेंगे? श्रीराम मंदिर बनवाने वाले, काशी को संवारने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हम हिंदुओं के लिए किसी अवतार से कम नहीं है। आप जाकिर नायक की तकरीरें कराने का मुगालता पाले हुए हैं जो अब इस जन्म में संभव नहीं हैं।
वहीं, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि दिग्विजय सिंह जाकिर नाइक को शांति दूत कहते हैं, कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णन ने दिग्विजय को संत की उपाधि दी थी। दिग्विजय सिंह हिंदू धर्म पर सवाल उठाने से बचते नहीं हैं।
वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने ट्विट किया, कथाकार प्रदीप मिश्रा जी ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की तारीफ़ क्या की, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के पेट मे दर्द हो गया। अगर कोई देवभक्त और देशभक्त है तो उसकी तारीफ तो होगी ही वह समाज में भी होगी व्यासपीठ से भी होगी। इसे हिन्दू विरोधी कांग्रेस भला कहाँ समझेगी।