इंदौर. जिले में संचालित रेडी मिक्स कंक्रीट (RMC) प्लांट्स पर पर्यावरणीय नियमों की अनदेखी से जनस्वास्थ्य और प्रकृति दोनों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा स्वीकृति के समय स्पष्ट शर्तें निर्धारित की जाती हैं, परंतु कई प्लांट्स इनका पालन नहीं कर रहे हैं।
प्रमुख पर्यावरणीय शर्तें (CPCB/MPPCB अनुसार):
– प्लांट पूरी तरह ढका हो, जिससे धूल हवा में न फैले।
– ट्रकों की टायर वॉश सुविधा और पानी से नियमित छिड़काव।
– PM10 ≤ 100 µg/m³ और PM2.5 ≤ 60 µg/m³ स्तर की निगरानी।
– प्लांट संचालन सुबह 6 से शाम 10 बजे तक सीमित।
– नियमों के उल्लंघन पर बैंक गारंटी जब्त एवं संचालन प्रतिबंध।
वास्तविक स्थिति:
इंदौर सहित कई क्षेत्रों में यह देखा गया है कि RMC प्लांट खुले में सामग्री स्टोर कर रहे हैं, ट्रक बिना ढंके हैं और न ही पर्यावरणीय नियंत्रण उपायों का पालन हो रहा है। इससे आसपास के लोगों को श्वसन संबंधी समस्या और वनस्पति पर धूल की मोटी परत देखी जा रही है।
प्रभाव व चिंता:
– आसपास रहने वाले बच्चों, बुजुर्गों में साँस संबंधी परेशानियाँ।
– पेड़-पौधों पर धूल जमने से जैव विविधता पर प्रभाव।
– वायु गुणवत्ता गिरावट और पर्यावरणीय नियमों की अवहेलना।
अपील:
प्रशासन से अपेक्षा है कि जिले में संबंधित RMC प्लांट्स की जांच कर पर्यावरणीय शर्तों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जाए। नागरिकों को भी जागरूक होकर ऐसे मामलों की शिकायत उचित विभाग में करनी चाहिए ताकि समाधान हो सके।