मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी आगामी एक अप्रैल से अपने कैश काउंटर (बिल भुगतान केंद्र) बंद कर रही है। इसके बाद विद्युत उपभोक्ताओं को ऑनलाइन ही बिल जमा करना होगा। इसके लिए विद्युत वितरण कंपनी प्रत्येक भुगतान पर पांच से 20 रुपये तक छूट भी देगी। कंपनी मीटर रीडर के माध्यम से बिल भुगतान राशि संग्रहण पर भी विचार कर रही है।
[expander_maker id=”1″ more=”आगे पढ़े ” less=”Read less”]गौरतलब है कि कोरोनाकाल में ऑनलाइन भुगतान का चलन बढ़ गया है। बिल भुगतान केंद्र पर आने वाले उपभोक्ताओं में से ज्यादातर एटीपी मशीन से भुगतान कर रहे हैं। इसे देखते हुए कंपनी ने भुगतान केंद्र बंद करने का निर्णय लिया है। इन केंद्रों पर काम कर रहे कर्मचारियों के पास ज्यादा काम नहीं है और दूसरी जगह कर्मचारियों की कमी है। इसके चलते उपभोक्ताओं को बिजली बिल ऑनलाइन ही जमा करना पड़ेंगे।
कंपनी ने एमपी ऑनलाइन, कॉमन सर्विस सेंटर, एटीपी मशीन, कंपनी के पोर्टल सहित ऑनलाइन भुगतान के लिए बाजार में मौजूद अन्य विकल्प भी उपलब्ध कराए हैं। इसके अलावा चिह्नित स्थानों पर चयनित एजेंसियों को ऑनलाइन भुगतान के लिए अधिकृत किया जा रहा है। कंपनी ऑनलाइन भुगतान के अन्य विकल्पों पर भी विचार कर रही है।
मीटर रीडर को न करें भुगतान
कंपनी ने साफ कहा है कि फरवरी और मार्च माह में मीटर रीडर को बिजली बिल भुगतान के लिए अधिकृत नहीं किया है, इसलिए इन महीनों में मीटर रीडर को बिल का भुगतान न करें। ऐसा कोई व्यक्ति बिल राशि लेने आए तो बिजली कंपनी का आइडी कार्ड मांगें और उसका फोटो खींचकर रखें।[/expander_maker]
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