गुना पुलिसकर्मी हत्याकांड : दो आरोपियों का शॉर्ट एनकाउंटर राजकुमार ने आखिरी बार बेटे से की थी बात, नीरज पत्नी के साथ लौटे थे, संतराम को मासूम ने दी विदाई

sadbhawnapaati
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मप्र। गुना के आरोन थाना क्षेत्र में शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात को पुलिस और शिकारियों के बीच हुई मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी। शुक्रवार रात शिकारियों ने मौनवाड़ा के जंगल में काले हिरण का शिकार किया था।
सूचना पर पुलिसकर्मी मौके पर रवाना हुए। पुलिसकर्मियों ने दो-तीन शिकारियों को तो पकड़ लिया। इसी दौरान पीछे से कुछ शिकारियों ने फायरिंग शुरू कर दी। इसमें एसआई जाटव, आरक्षक भार्गव और मीणा की मौत हो गई थी।

मध्य प्रदेश के गुना में काले हिरण के शिकारियों से मुठभेड़ में मारे गए तीनों पुलिसकर्मियों को राजकीय सम्मान के साथ विदा किया गया। एसआई राजकुमार जाटव को डेढ़ साल के बेटे ने, आरक्षक नीरज भार्गव को 12 साल के बेटे ने और आरक्षक संतराम मीणा को आठ महीने के बेटे ने अंतिम विदाई दी। सभी का अपने-अपने गृहक्षेत्र में अंतिम संस्कार किया गया।

बता दें कि आरोन पुलिस थाने तीनों बलिदानियों की अंत्येष्टि राजकीय सम्मान के साथ की गई। नम आंखों से लोगों ने जमकर फूल बरसाए। घटना से कुछ घंटों पहले तक सब सामान्य था। एसआई राजकुमार जाटव ने घटना के पांच घंटे पहले ही अपने बेटे से वीडियो कॉल पर बात की थी। नीरज भार्गव शुक्रवार दोपहर में अपनी पत्नी को सोनोग्राफी कराने ले गए थे। संतराम भी घर पर वक्त बिता रहे थे। सूचना मिलने पर सभी ड्यूटी पर पहुंचे और शिकारियों को पकड़ने निकल गए थे। किसे पता था कि तीनों लौटकर नहीं आ सकेंगे।

एसआई राजकुमार जाटव का अंतिम संस्कार अशोकनगर में किया गया। डेढ़ साल के बेटे राजदीप ने शहीद पिता को मुखाग्नि दी। शनिवार दोपहर उनकी पार्थिव देह अशोकनगर पहुंची, विदिशा रोड पर दुकानदारों ने दुकानें बंद रख शहीद को श्रद्धांजलि दी। गार्ड ऑफ ऑनर के आधे घंटे बाद अंतिम यात्रा मुक्तिधाम रवाना हुई। भाई अनिल जाटव ने बताया कि राजकुमार की शादी 2019 में ही हुई थी। शुक्रवार रात 9 बजे राजकुमार ने वीडियो कॉल कर अपने बेटे राजदीप से बात की थी। राजकुमार के पिता आरके जाटव भी पुलिसकर्मी रहे हैं।


आरक्षक नीरज भार्गव का अंतिम संस्कार गुना में किया गया। 12 साल के बेटे वंश ने उन्हें मुखाग्नि दी। नीरज की पत्नी 6 महीने की गर्भवती हैं और अस्पताल में हैं, इसलिए सूचना नहीं दी। चाचा ने बताया कि गुना में ही नीरज ने पत्नी की सोनोग्राफी कराई और ड्यूटी पर जाने का मैसेज आ गया। वहां पहुंचने के बाद उनसे फोन पर बात हुई थी। कह रहे थे कि बहुत थके हुए लग रहे हैं। रास्ते में आते समय तीन बार मुंह धोया। गाड़ी भी नहीं चलाई जा रही थी। अंतिम विदाई से पहले उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और फिर शव यात्रा मुक्तिधाम के लिए रवाना हुई। शहीद नीरज भार्गव के पिता की भी ऑनड्यूटी मौत हुई थी। उन्हें हार्ट अटैक आ गया था।

आरक्षक संतराम मीणा श्योपुर जिले की वीरपुर तहसील के गोहर के रहने वाले थे। यहीं उनका अंतिम संस्कार किया गया। आठ महीने के बेटे आदित्य से मुखाग्नि दिलवाई गई। आरक्षक मीणा 6 भाई-बहन हैं, वे चौथे नंबर के थे। 31 साल के बलिदानी आरक्षक स्व. संतराम मीणा का विवाह 2020 मं मुरैना जिले की सबलगढ़ तहसील के कुलौली ग्राम निवासी वर्षा रावत के साथ हुआ था। जब शहीद पिता संतराम की पार्थिव देह तिरंगे में लिपटकर श्योपुर आई तो उनके 8 महीने के बेटे ने मां की गोद से ही पैर छूकर पिता को अंतिम विदाई दी। शहीद जवान को गार्ड ऑफ ऑनर के बाद राजकीय सम्मान से विदाई दी गई।

शहीद एसआई राजकुमार जाटव इंदौर के तुकोगंज थाने में वर्ष 2016 से 2019 तक पदस्थ थे। उनके  वीरगति के प्राप्त होने की घटना के बाद थाने के स्टाफ ने जाटव सहित दोनों दिवंगत आरक्षकों के लिए दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की। जिन पुलिस अधिकारियों ने दिवंगत एसआई व आरक्षकों के साथ काम किया था वे भी सोशल मीडिया के माध्यम से उनके साथ बिताए समय को याद कर श्रद्धांजलि दे रहे हैं।

  गुना के आरोन में 3 पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में गिरफ्तार 2 आरोपी जिया खान और शानू का पुलिस ने शॉर्ट एनकाउंटर किया है। पुलिस ने इनके पैर में गोली मारी है। पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने शिकार किए हिरण और हथियार राघौगढ़ के जंगल में छिपाना बताया। पुलिस की टीम इनकी बरामदगी के लिए दोनों आरोपियों को लेकर जा रही थी। गाड़ी रास्ते में ग्राम भोढनी की घाटी पर पहुंचने पर आरोपी शानू खान ने अचानक से पुलिस वाहन की स्टेरिंग मोड़ दी, जिससे गाड़ी रोड से नीचे उतरकर पलटते-पलटते बच गई, तभी दूसरे आरोपी जिया खान ने थाना प्रभारी बजरंगढ़ उपनिरीक्षक अमित अग्रवाल की शासकीय पिस्‍टल छीनने की कोशिश की। इस झूमाझटकी में उपनिरीक्षक अमित अग्रवाल और वाहन चालक आरक्षक दीपक ओझा घायल हो गए।

इस संघर्ष के बाद दोनों आरोपियों ने पुलिस जीप से निकलकर भागने का प्रयास किया तो उन्हें रोकने के लिए पुलिस बल ने चेतावनी दी, पहले हवाई फायर किया लेकिन वह नहीं रुके तो उन्हें काबू में करने के लिए उनके पैरों में गोली मारकर शॉर्ट एनकाउंटर किया गया। गोली लगने से घायल दोनों आरोपियों को इलाज के लिए आरोन के अस्पताल लाया गया। साथ ही घायल उपनिरीक्षक अमित अग्रवाल और चालक दीपक ओझा का भी इलाज चल रहा है। इधर प्राथमिक उपचार के बाद दोनों आरोपियों को आरोन कोर्ट में पेश किया गया। यहां उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में अस्पताल भेजने का आदेश दिया गया। कोर्ट ने दोनों आरोपियों को अस्पताल में भर्ती करने के निर्देश दिए।

इधर इस घटना को लेकर पुलिस के दो बड़े अधिकारियों के विरोधाभासी बयान सामने आए है। दोनों आरोपियों के शॉर्ट एनकाउंटर को लेकर एसपी राजीव मिश्रा का कहना है कि दोनों आरोपियों को उनके छिपाए हथियार और शिकार किए हिरण की बरामदगी के लिए ले जाया जा रहा था। इस दौरान ये घटना हुई। जबकि IG डी श्रीनिवास वर्मा का कहना है कि आरोपियों को कोर्ट पेशी के लिए ले जाया जा रहा था। इस दौरान शॉर्ट एनकाउंटर की घटना हुई है। इधर पुलिस ने आरोपियों के गांव के दो कुओं में बंदूक खोजने के लिए 10 घंटे का सर्चिंग ऑपरेशन चलाया। लेकिन पुलिस को कुछ नहीं मिला। अंधेरा होने के चलते सर्च ऑपरेशन रोक दिया गया।

इधर, पुलिस एनकाउंटर में मारे गए आरोपी शहजाद का शव रविवार दोपहर को पोस्टमार्टम के बाद दफनाया गया। शहजाद की कब्र छोटे भाई नौशाद की कब्र के बगल से खोदी गई।

इससे पहले गुना में शुक्रवार तड़के 5 से ज्यादा शिकारियों ने 3 पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मुठभेड़ में एक शिकारी नौशाद खान भी मारा गया था। पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद पुलिस एक्शन में आई और शनिवार देर रात तक जवाबी कार्रवाई में 3 और आरोपियों को एनकाउंटर में मार गिराया। हालांकि, आधिकारिक पुष्टि अभी सिर्फ नौशाद के भाई शहजाद की ही हुई है। शनिवार देर शाम हुए शहजाद के एनकाउंटर में धीरेंद्र गुर्जर नाम का पुलिसकर्मी घायल हो गया। मध्यप्रदेश बीजेपी के संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने एक ट्वीट किया है। इसमें उन्होंने लिखा- हिसाब बराबर। इसके बाद भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता ने भी ट्वीट किया कि चौथा भी गया!। पुलिस पार्टी पर हमले के आरोपी विक्की और गोलू को रिकॉर्ड में पुलिस अभी फरार ही बता रही है।

घटना गुना से 57 किमी दूर शहरोक-मौनबाड़ा के बीच जंगल की है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने तीनों पुलिसकर्मियों को शहीद का दर्जा दिया है। परिजन को एक-एक करोड़ की आर्थिक सहायता सहित एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। जवाबी एक्शन के लिए पुलिस को फ्री हैंड दिया गया है। प्रशासन ने 5 आरोपियों के घर को बुलडोजर से ढहा दिया।

शिकार पर जाने को लेकर पिता से हुई थी आरोपियों की बहस
नौशाद की भतीजी की शनिवार को शादी थी और बारातियों को काले हिरण का मांस परोसा जाना था। उन्होंने 4 काले हिरण, 1 मादा हिरण और 1 मोर का शिकार किया था। पिता ने आरोपी बेटों नौशाद और शहजाद से कहा था-निकाह में मैं मुर्गे की दावत दे दूंगा, हिरण मत मारना। बेटे नहीं माने और शिकार के लिए जंगल चले गए। इस बात को लेकर पिता और आरोपी बेटों में बहस भी हुई थी।

राघोगढ़ पुलिस को सूचना मिली कि पुलिस से छीनी गयी इंसास बिदौरिया गांव में ही एक कुएं में पड़ी हुई है। एडिशनल SP सहित SDOP और राघोगढ़ टीम मौके पर पहुंची। कुएं का पानी खाली किया जा रहा है। बिजली जाने पर जनरेटर मंगाकर मोटर चलाई गई। SDERF (स्टेट डिजास्टर इमरजेंसी रिस्पॉन्स फोर्स) को बुलाया गया है। जवान कुएं में उतरकर राइफल तलाश रहे हैं।

400 से ज्यादा मेहमानों की होनी थी दावत
बताया जाता है कि मुठभेड़ में मारा गया नौशाद बददिमाग था। वो शनिवार को विदौरिया गांव में भतीजी की शादी में आने वाले बारातियों का स्वागत काले हिरण के गोश्त की दावत से करना चाहता था। इसमें निशानेबाज भाई शहजाद व मांस कटिंग में माहिर बबलू समेत गुल्ला-विक्की भी उसका साथ दे रहे थे। हालांकि नौशाद के पिता निसार को जब पता चला, तो उन्होंने विरोध भी किया। निसार ने कहा- पोती की शादी में हिरण की दावत नहीं होगी, लेकिन दोनों नहीं माने।

उन्होंने तय कर लिया था कि 400 से ज्यादा मेहमानों की दावत के लिए पांच काले हिरण व एक मोर काफी होगा। एक काले हिरण का वजन 25 से 35 किलो तक होता है। एक काले हिरण का मुंह, सींग और खाल निकालने के बाद उसमें से 20 किलो मांस निकलता है। एक व्यक्ति 250 ग्राम मांस खाता है। इस हिसाब से 400 मेहमानों के लिए पांच काले हिरण मारे थे।

गांव में एक बारात आना थी, दूसरी जाना थी
राघौगढ़ के विदौरिया गांव में 30 परिवार रहते हैं। इनमें से दो परिवारों में दो शादियां थीं। एक शिकारी नौशाद की भतीजी की बारात बलोनिया के पास से आनी थी। दूसरी मजीद खान के बेटे की बारात मूढरा गांव जानी थी, लेकिन वारदात के बाद शनिवार सुबह से ही गांव में सन्नाटा है। कई लोगों के घरों में ताले लगे हैं। आरोपी और परिवार के सदस्य फरार हैं। गांव में पुलिस तैनात है। दोनों शादियों में पहले से जो मेहमान आए थे, उनमें से कई को पुलिस ने पूछताछ के लिए उठा लिया। शनिवार को भी जो मेहमान दूर-दराज से पहुंचे, उन्हें पुलिस ले गई। दोनों ही शादियां नहीं हो पाईं। पुलिस ने आठ बाइक भी जब्त की हैं।

एनकाउंटर में पहले मारा गया नौशाद
शनिवार तड़के पुलिस पर फायरिंग के दौरान ही नौशाद मेवाती मारा गया था। इसी दौरान मुख्य आरोपी शहजाद ने पुलिस टीम पर 8-9 फायर किए थे। बताया जा रहा है कि उसने लायसेंसी बंदूक से गोलियां चलाई थी। रात में शहजाद का भी एनकाउंटर कर दिया गया। 18वीं बटालियन समेत 10 थानों का पुलिस बल कार्रवाई में लगा है। पुलिस को घटनास्थल पर 12 बोर के 8 चले हुए कारतूत के खोखे मिले हैं। वहीं, एक जिंदा कारतूस भी मिला है। यह आरोपियों द्वारा चलाए गए थे। सब इंस्पेक्टर राजकुमार जाटव ने अपनी सर्विस रिवाल्वर से 10 गोलियां चलाई थीं, जब उनके पास गोलियां नहीं बचीं, तो शिकारियों ने उन पर धावा बोल दिया।

IG अनिल शर्मा हटाए, नए IG डी श्रीनिवास ने संभाला मोर्चा

ग्वालियर रेंज के नए IG डी श्रीनिवास वर्मा ने मोर्चा संभाल लिया है। इससे पहले घटनास्थल पर देरी से पहुंचने पर ग्वालियर के IG अनिल शर्मा को हटा दिया गया था। मध्यप्रदेश सरकार ने तीनों मृतक पुलिसकर्मियों के परिवार को 1-1 करोड़ का मुआवजा, साथ ही एक-एक परिजन को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया। मामले में कार्रवाई के लिए पुलिस को फ्री हैंड दिया गया। इसके बाद शनिवार दोपहर प्रशासन ने आरोपियों के घर को बुलडोजर से ढहा दिया।

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