हरलीन देओल ने सुपरवुमन बन बाउंड्री लाइन पर लपका शानदार कैच, लोग रविंद्र जडेजा से कर रहे तुलना; देखें Video

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
3 Min Read

इंग्लैंड के खिलाफ बारिश से प्रभावित पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में भारतीय महिला क्रिकेट टीम को भले ही 18 रन से हार (डीएलएस नियमानुसार) झेलनी पड़ी हो, लेकिन भारत की हरलीन देओल की फील्डिंग ने सभी का मन मोह लिया। हरलीन ने बाउंड्री लाइन पर सुपरवुमन की तरह बहुत ही शानदार कैच लपका।

हरलीन देओल (Harleen Deol) लॉन्ग ऑफ पर फील्डिंग कर रही थीं। इंग्लैंड की विकेटकीपर एमी जोंस स्ट्राइक पर थीं। शिखा पांडे ने उन्हें गेंद फेंकी। जोंस ने उसे डीप में खेला। जोंस समेत सभी ने सोचा कि उनका यह शॉट सीधा बाउंड्री के पार जाकर गिरेगा। होता भी यही, लेकिन हरलीन देओल ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। उन्होंने कैच पकड़ने के लिए हवा में छलांग लगा दी।

दुर्भाग्य से, हरलीन और बाउंड्री रोप के बीच सिर्फ कुछ सेंटीमीटर का ही फासला था। हरलीन यह बात तुरंत भांप गईं। हरलीन ने सोचा यदि गेंद नहीं छोड़ी तो छक्का हो जाएगा। बस फिर क्या था। हरलीन ने गेंद को हवा में बाउंड्री के अंदर की ओर उछाल दिया और खुद बाउंड्री के बाहर कूद गईं, लेकिन पल भर में ही फिर से बाउंड्री के अंदर हवा में गोता लगाते हुए बिल्कुल सुपरवुमन की तरह उड़ते हुए शानदार कैच पकड़ लिया।

[expander_maker id=”1″ more=”आगे पढ़े ” less=”Read less”]

यह देखते ही कि हरलीन ने न सिर्फ छक्का रोका, बल्कि एमी जोंस को पवेलियन की राह भी दिखा दी है, उन्हें बधाई देने के लिए पूरी टीम उनकी ओर दौड़ पड़ी! और हां! यह सर्वश्रेष्ठ नहीं तो सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ कैचों में से एक जरूर था! यहां तक कि इंग्लैंड का खेमा भी शॉक्ड था। हरलीन के प्रयासों के लिए डेनियल वॉट को भी उनकी सराहना करते हुए देखा गया।

हरलीन की फील्डिंग की सोशल मीडिया पर भी काफी तारीफ हो रही है। लोग उनकी तुलना भारतीय पुरुष टीम के स्टार ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा से कर रहे हैं। @CrypStAnalyst ने लिखा, ‘हरलीन देओल रविंद्र जडेजा की तरह ऑलराउंडर बन सकती हैं।’

वरिष्ठ पत्रकार शेखर गुप्ता ने लिखा, ‘भारत की हरलीन देओल द्वारा लिया गया यह कैच, आपके द्वारा क्रिकेट में कहीं भी देखे गए सर्वश्रेष्ठ बाउंड्री कैचों में शुमार होगा। पुरुष हो या महिला, कोई फर्क नहीं पड़ता

[/expander_maker]

Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।