आईएएस अधिकारी नियाज खान ने लाइव हिंदुस्तान से चर्चा में कहा है कि विवेक अग्निहोत्री से वे मुलाकात करेंगे। जिस दिन वे भोपाल आएंगे तो वे कभी भी उनसे मुलाकात कर सकते हैं।
शासकीय कार्यदिवस में वे ऑफिस के समय अपने कार्यालय में सरकारी कार्य करता हूं और उसके बाद घर पर ही रहता हूं।
ऑफिस में समय लेकर आ सकते हैं तो घर पर वे कभी भी मिलने आ सकते हैं।
मगर उन्होंने दोहराया है कि द कश्मीर फाइल्स के निर्माता को फिल्म से होने वाली आय को कश्मीरी ब्राह्मणों के बच्चों की शिक्षा पर खर्च करना चाहिए।
गौरतलब है कि द कश्मीर फाइल्स को लेकर नियाज खान की प्रतिक्रियाओं के बाद विवेक अग्निहोत्री ने आज खान से भोपाल में आने पर मुलाकात का समय मांगा था।
उन्होंने लिखा था कि वे 25 मार्च को भोपाल आ रहे हैं तो मुलाकात के लिए समय दें।
उन्होंने मुलाकात में फिल्म की आय और खान की किताबों की रॉयल्टी से कश्मीर के लोगों की मदद करने पर चर्चा करने का विषय बताया है।
अग्निहोत्री के इस बयान पर खान ने कहा है कि वे फिल्म की आय को कश्मीरी पंडितों के बच्चों की शिक्षा पर खर्च करने से बचने के लिए ऐसी बातें कर रहे हैं।
ऐसे शुरू हुआ था नियाज के ट्वीट विवाद
शनिवार को IAS नियाज खान ने ट्वीट किया था कि मुस्लिम कीड़े नहीं हैं। उनके नरसंहार पर भी फिल्म बनाना चाहिए।
इसके पलटवार में विधायक रामेश्वर शर्मा ने ट्वीट किया था- दंगों में हिंदू ज्यादा मारे गए।
इसके जवाब में नियाज ने एक और ट्वीट कर लिखा- अगर आप सच बोलते हैं, तो कट्टरपंथी आप पर हमला करना शुरू कर देते हैं।
इसी बीच विश्वास सारंग का बयान आ गया। इसमें उन्होंने नियाज पर कार्रवाई के लिए लेटर लिखने की बात कही।
दिग्विजय ने राइटर रजा का उदाहरण दिया
इधर, ट्विटर वॉर में दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा- हमें नफरत फैलाने वाले लोगों को मोहब्बत के रास्ते पर लाने के लिए निडर होकर प्रयास करना चाहिए।
दिग्विजय ने राइटर राही मासूम रजा का उदाहरण देते हुए आगे लिखा- राही मासूम रजा से जब पहली बार निर्देशक बीआर चोपड़ा ने महाभारत धारावाहिक के संवाद लिखने की पेशकश की थी, तब उन्होंने इसे लिखने से इनकार कर दिया था।
दूसरे दिन यह खबर न्यूज पेपर में छप गई। हजारों लोगों ने चोपड़ा को खत लिखा कि महाभारत लिखवाने के लिए एक मुसलमान ही मिला है।
चोपड़ा ने सारे खत राही मासूम रजा के पास भेज दिए। खत देखने के बाद राही मासूम रजा ने चोपड़ा से कहा- अब मैं ही लिखूंगा महाभारत, क्योंकि मैं गंगा का पुत्र हूं।
अराजकता फैलाकर लाइमलाइट में आना चाहते हैं नियाज
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा- नियाज खान अपनी सीमाएं लांघ रहे हैं।
जिस पद पर वह हैं, उसकी अपनी आचार संहिता है। वह फिरकापरस्ती और अराजकता फैला कर लाइमलाइट में आना चाहते हैं।
यह उनके सर्विस रूल के खिलाफ है। कार्मिक विभाग को पत्र लिख रहा हूं कि उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
नियाज का नया ट्वीट- ओवैसी क्यों चुप?
नियाज ने एक और ट्वीट कर लिखा- ओवैसी जी इस मुद्दे पर चुप हैं। कृपया केवल चुनाव के दौरान ही नहीं, मानवीय मुद्दों पर भी बोलें।
हमें हिंदू भाइयों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर एक मजबूत देश बनाना है। अरब हमारा मॉडल नहीं है, भारत हमारा मॉडल है और यह भूमि हमारी मातृभूमि है।