वैश्विक होने जा रही आईआईटी एंट्रेंस एग्जाम : पहली बार 25 देशों में एक साथ आईआईटी-जेईई मेन्स कराने की योजना – केंद्र सरकार

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
3 Min Read

Education News. भारतीय इंजीनियरिंग संस्थानों में दाखिले के लिए होने वाली संयुक्त प्रवेश परीक्षा अब वैश्विक होने जा रही है। केंद्र सरकार की देश के बाहर पहली बार वियतनाम, अमेरिका समेत 25 देशों में एक साथ आईआईटी-जेईई मेन्स कराने की योजना है।
हालांकि पिछले साल क्वालालंपुर, लागोस में यह परीक्षा हुई थी। इससे पहले भारत सरकार की मदद से 12 देशों में आईआईटी-जेईई परीक्षा हो चुकी है।
अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, सिंगापुर, चीन, नेपाल, इंडोनेशिया, मलेशिया, बहरीन, कुवैत, कतर, संयुक्त अरब अमीरात समेत अन्य देशों में आईआईटी-जेईई करवाई जाएगी।
इस साल एनआरआई और विदेश में पढ़ रहे भारतीय एवं विदेशी नागरिकों के लिए करीब 3900 स्नातक और 1300 परास्नातक की सीटें भी उपलब्ध कराई जा रही हैं। ये सीटें देश के शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों में आरक्षित की जाएंगी।

आईआईटी संस्थानों को योजना से बाहर रखा गया

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक, डासा यानी डायरेक्ट एडमिशन ऑफ स्टूडेंट अब्रॉड स्कीम के तहत इन छात्रों को भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों में दाखिले दिए जाएंगे।
विदेशी छात्र, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्ट, व अन्य केंद्र सरकार द्वारा पोषित तकनीकी शिक्षण संस्थानों में दाखिला पा सकेंगे। इनमें ट्रिपल आईटी और एनआईटी भी शामिल हैं।
हालांकि आईआईटी में यह व्यवस्था लागू नहीं होगी। फिलहाल देश के सभी आईआईटी संस्थानों को इससे बाहर रखा गया है।
15 फीसदी सीटें मुहैया कराई जाएंगी
योजना के लिए शिक्षा मंत्रालय एनआईटी, आईआईआईटी और केंद्र द्वारा वित्त पोषित तकनीकी संस्थानों में कुल सीटों के 15 प्रतिशत की सीटें मुहैया कराई जाएंगी।

40000 से अधिक सीटों के लिए होते हैं दाखिले

प्रोफेसर सीएस कांडपाल के मुताबिक, जेईई मेंस के बाद जेईई एडवांस परीक्षा ली जाती है। जेईई एडवांस के नतीजों के आधार पर देश की 23 आईआईटी, 31 एनआईटी, 23 ट्रिपल आईटी, सहित जेएफटीआई की 40 हजार से अधिक सीटों पर दाखिले होते हैं।
पिछले वर्ष जेईई (एडवांस्ड) 2021 के पेपर 1 और 2 दोनों में 1,41,699 उम्मीदवार शामिल हुए थे। जेईई जैसी अहम परीक्षाओं के लिए 13 विभिन्न भाषाओं को स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है।
इस वर्ष जून और जुलाई के दौरान दो अलग-अलग चरणों में जेईई मेंस की परीक्षाएं होनी हैं। जेईई मेंस के पहले चरण की परीक्षा 20 जून से शुरू हो रही है।
63 देशों के भारतीय दूतावासों से साधा गया संपर्क
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ऐसे अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के संपर्क में है जो भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों के साथ मिलकर छात्रों को विभिन्न पाठ्यक्रम उपलब्ध करा सकते हैं। इसकी पहल करते हुए 63 देशों में भारतीय राजदूतों से संपर्क किया गया है।
इन देशों में जापान, नीदरलैंड, रूस, दक्षिण कोरिया, इटली, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, ताइवान, स्पेन, यूके, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, जर्मनी, थाईलैंड, यूएई, अर्जेंटीना, ब्राजील, ग्रीस, साइप्रस, आइसलैंड, तुर्की आदि देश शामिल हैं।
Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।