होटल में असफल शादी वाले डॉक्टर के बेटे की आत्महत्या वाले मामले में दादा बोले……

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कंपेल चौकी प्रभारी विश्वजीत सिंह तोमर के मुताबिक यशवंत की मौत आत्महत्या ही है, क्योंकि बेटा पिता जितेंद्र के साथ होम ट्यूटर लक्ष्मीप्रिया के प्रेम प्रसंग में सहयोगी था। पिता की शादी में भी परिवार को जानकारी दिए बिना ही ये पिता की शादी की तैयारियां भी कर रहा था, लेकिन जैसे ही उसके दादा और मां का उस पर दबाव बना तो उसने पिता की शादी की पोल खोल दी।

डॉक्टर जितेंद्र पिंडोरिया के बेटे यश उर्फ यशवंत की आत्महत्या में नई परतें खुलती जा रही हैं। प्रतिनिधि से बातचीत में डॉक्टर जितेंद्र पिंडोरिया के पिता और यशवंत के दादा डा.एमएल पिंडोरिया ने बताया कि किस तरह यशवंत ने मौत को गले लगा लिया।

उल्लेखनीय है कि कंपेल निवासी 17 वर्षीय यश उर्फ यशवंत ने मंगलवार दोपहर घर से 250 मीटर दूर स्थित फार्म हाउस पर गोली मारकर खुदकुशी कर ली थी। फार्म हाउस से पुलिस को चले हुए गोली के दो खोल मिले हैं। पुलिस ने उस पिस्टल को जब्त कर लिया, जिससे गोली चली थी।

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इस फार्म हाउस पर यश के दादा डा.एमएल पिंडोरिया शारदा के नाम से क्लीनिक संचालित करते है। स्वजन ने ग्रामीणों से कहा कि यश की दिल का दौरा पड़ने से मौत हुई और उसका दो घंटे के भीतर दाह संस्कार भी कर दिया। स्वजन से अलग-अलग पूछताछ में पता चला यश ने गोली मारकर आत्महत्या की है। उल्लेखनीय है कि डॉक्टर जितेंद्र टीचर लक्ष्मीप्रिया से दूसरी शादी करना चाहता था और इस बात को लेकर विवाद बताया जा रहा है।

पुलिस के मुताबिक कल तक यशवंत की मौत का मामला संदिग्ध था, लेकिन बुधवार देर रात जांच के बाद ये मामला सुसाइड का ही नजर आ रहा है। संभवत: इन्होंने पुलिस के डर से चुपचाप अंतिम संस्कार कर बेटे की खुदकुशी के मामले को छिपाने की कोशिश की।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।