इंदौर बना वेटलैंड सिटी: वैश्विक मान्यता से फिर रचा गौरव का इतिहास

रामसर साइट्स के आधार पर मिला अंतरराष्ट्रीय दर्जा, जिम्बाब्वे में हुआ सम्मानित

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sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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इंदौर। स्वच्छता और स्मार्ट सिटी की तरह अब इंदौर ने एक और गौरवशाली उपलब्धि हासिल की है। इंदौर को वैश्विक स्तर पर “वेटलैंड सिटी” के रूप में मान्यता प्राप्त हुई है। यह दर्जा दुनिया की प्रतिष्ठित रामसर साइट सूची के आधार पर दिया गया है, और इसका पुरस्कार शुक्रवार को जिम्बाब्वे के विक्टोरिया हॉल में आयोजित समारोह में डॉ. मोसिंदा मुंबा (जनरल सेक्रेटरी, कन्वेंशन ऑन वेटलैंड्स) द्वारा इंदौर को प्रदान किया गया। यह अवार्ड डॉ. सुजीत कुमार बाजपेयी (पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के जॉइंट सेक्रेटरी) ने ग्रहण किया।

महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इस उपलब्धि को शहरवासियों से साझा करते हुए हर्ष व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “मुझे यह बताते हुए गर्व है कि भारत के दो ही शहरों को यह गौरव प्राप्त हुआ है, और इंदौर उनमें से एक है। यह हमारे लिए सम्मान की बात है कि संयुक्त राष्ट्र के रिकॉर्ड में भी अब इंदौर ‘वेटलैंड सिटी’ के रूप में दर्ज हो गया है।”

महापौर ने कहा कि यह मान्यता सिरपुर और यशवंत सागर जैसे रामसर प्रमाणित वेटलैंड्स के संरक्षण और संवर्धन की दिशा में इंदौर द्वारा किए गए प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने सभी इंदौरवासियों को बधाई देते हुए आह्वान किया कि “हम सभी मिलकर अपने इन प्राकृतिक धरोहरों के संरक्षण के लिए सतत प्रयास करते रहें और इंदौर को पर्यावरण के क्षेत्र में भी अग्रणी बनाए रखें।”

यह उपलब्धि इंदौर को न सिर्फ भारत में, बल्कि वैश्विक मंच पर पर्यावरणीय जागरूकता और संरक्षण की मिसाल के रूप में स्थापित करती है।

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