इंदौर क्राइम : फेक बीमा पॉलिसी बनाने वाले गिरोह को लेकर हुई शिकायत

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sadbhawnapaati
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इंदौर में फर्जीवाड़े के अलग अलग रूप सामने आते रहते है अब नामी बीमा कंपनियों के नाम से फर्जी पालिसी बनाने वाले गिरोह की करतूत सामने आई है। पुलिस तक पहुंची शिकायत पर पालिसी की जानकारी मिली है।
गिरोह के सदस्य पालिसी तो हूबहू बनाते हैं लेकिन उसका कंपनी में कोई रिकार्ड नहीं रहता है। यह खुलासा चोरी गए वाहन का क्लेम लेने के लिए दायर मुकदमे में हुआ है।

बाणगंगा थाने में मुखर्जी नगर निवासी संजय पुत्र लक्ष्मण यादव ने पिकअप वाहन (एमपी 09 जीजी 7748) का रोहित नायर नामक व्यक्ति से बीमा करवाया था। संजय इसी कंपनी की गाड़ियां भी चलाता है।

उसने रोहित को पिछले साल फरवरी में 19 हजार 833 रुपये बीमा पालिसी के लिए दिए थे। एजेंट ने निजी बीमा कंपनी की पालिसी बनाकर दी जो फरवरी 2022 तक वैध थी। संजय ने पुलिस को बताया कि 20 सितंबर 2021 को उसकी गाड़ी चोरी हो गई और उसने थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई।
जब चोरी की सूचना बीमा कंपनी को दी तो रोहित ने कहा कि वह कंपनी में क्लेम का दावा पेश न करे। उसने दूसरी कंपनी की बीमा पालिसी बनाई और क्लेम के लिए दे दी।
मामले में संजय ने थाने में शिकायत भी की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। मामले में वरिष्ठ अफसरों को शिकायत की गई है। टीआइ राजेंद्र सोनी के मुताबिक मामले की जांच चल रही है। कंपनी से भी पालिसी के संबंध में जानकारी मांगी है।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।