* ऐसे आवेदक जो बदनीयती, जानबूझकर परेशान करने के उद्देश्य से आदतन करते है आवेदन उनके विरुद्ध भी होगी दंडात्मक कार्रवाई
* सीएम हेल्पलाइन के निराकरण में लापरवाही बरतने पर चार अधिकारियों को शोकॉज नोटिस
इन्दौर। कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने निर्देश दिये है कि सीएम हेल्प लाइन का प्रभावी क्रियान्वयन किया जाये। प्रत्येक प्रकरण को गंभीरतापूर्वक देखें। आवेदनों का संतुष्टि पूर्वक समाधान सुनिश्चित किया जाये। आवेदन समय-सीमा में निराकृत हो। सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों के निराकरण में लापरवाही करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी।
कलेक्टर श्री मनीष सिंह आज यहां कलेक्टर कार्यालय में संपन्न हुई टीएल की बैठक में सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री पवन जैन, श्री अभय बेडेकर, श्री अजयदेव शर्मा तथा श्री आर.एस. मण्डलोई सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने सीएम हेल्पलाइन के तहत दर्ज प्रकरणों के निराकरण की विभागवार समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रकरणों के निराकरण में किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होने निर्देश दिये कि सभी अधिकारी सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों को गंभीरता के साथ देखकर उसका संतुष्टि पूर्वक समाधान सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी निर्देश कि ऐसे आवेदकों को चिन्हित किया जाये जो बेवजह बदनीयती, जानबूझकर परेशान करने के उद्देश्य से तथा ब्लैकमेलिंग के लिये आवेदन करते रहते है, उनका आवेदन से कोई सीधा संबंध भी नहीं रहता है। उन्होंने कहा कि ऐसे चिन्हित लोगों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाये।
बैठक में सीएम हेल्प लाइन की प्रगति की समीक्षा के दौरान लापरवाही पाए जाने पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस. सैत्या, पिछड़ावर्ग आयोग के सहायक संचालक श्री सुमित रघुवंशी, शासकीय महिला पॉलिटेक्निक महाविद्यालय के प्राचार्य श्री आशीष डोंगरे तथा लीड बैंक मैनेजर श्री ओ.पी. आनंद को शोकाज नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। बैठक में कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने फ्रंट लाइन तथा हेल्थ केयर वर्कर्स, वरिष्ठ नागरिकों आदि के टीकाकरण कार्य की प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने सभी कार्यालय प्रमुखों को निर्देश दिये कि वे ड्यू डेट होने पर अपने सभी अधीनस्थ कर्मचारियों को प्रिकॉशन डोज लगवाना सुनिश्चित करें।