Indore News – शहर विकास के लिये बड़ा निर्णय : भँवरकुआं चौराहे के विकास के लिये विश्वविद्यालय ने ज़मीन देने की स्वीकृति दी

sadbhawnapaati
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विश्वविद्यालय को 34 हजार वर्गफीट ज़मीन बदले में जिला प्रशासन देगा 36 एकड़ ज़मीन

मंदिर व थाने को श‍िफ्ट कर लेफ्टर्न होगा चौड़ा, पानी की टंकी भी बनेगी
इन्दौर। आज शहर विकास के लिये एक बड़ा निर्णय हुआ है। शहर के व्यस्ततम टंट्या भील (भँवरकुआं) चौराहे के विकास के लिये देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने ज़मीन देने की स्वीकृति दी है।
विश्वविद्यालय द्वारा चौराहे के लेप्ट टर्न के चौड़ीकरण के लिये मंदिर एवं थाना परिसर को विस्थापित करने हेतु 17 हजार एवं पानी की टंकी निर्माण के लिये 17 हजार वर्गफीट ज़मीन दी जायेगी।
जिला प्रशासन द्वारा भी निर्णय लिया गया है कि शिक्षा सुविधा के विस्तार के लिये विश्वविद्यालय को 36 एकड़ ज़मीन दी जायेगी।
यह जानकारी आरएनटी मार्ग स्थित देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में संपन्न एक बैठक में दी गई।
बैठक में कलेक्टर मनीष सिंह, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. रेणु जैन, नगर निगम आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. रेणु जैन ने बताया कि जमीन आवंटन के संबंध में राज्य शासन की स्वीकृति भी प्राप्त हो गई है। विश्वविद्यालय ने भी अपनी स्वीकृति दे दी है।
यह शहर हित में लिया गया निर्णय है। औपचारिकताओं की पूर्ति में समय लगा, अब यह जमीन शीघ्र आवंटित कर दी जायेगी।

कलेक्टर मनीष सिंह ने इसके लिये कुलपति और विश्वविद्यालय के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि शहर के व्यस्ततम टंट्या भील चौराहे (भँवरकुआं) का विकास कार्य शीघ्र प्रारंभ हो जायेगा।

लेप्ट टर्न चौड़े होंगे। इससे यातायात को व्यवस्थित बनाने में बेहद मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा सुविधा विस्तार के लिये विश्वविद्यालय को 36 एकड़ जमीन दी जा रही है।

पहले चरण में 13 एकड़ भूमि आवंटित की जायेगी। इसके बाद कुछ औपचारिकताएं पूर्ण करने के पश्चात शेष 23 एकड़ भूमि भी उपलब्ध करा दी जायेगी।

विश्वविद्यालय द्वारा थाना एवं मंदिर निर्माण के लिये 17 हजार एवं पानी की टंकी के निर्माण के लिये 17 हजार वर्गफीट भूमि दी जा रही है।

नगर निगम आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल ने कहा कि शीघ्र ही भूमि का कब्जा लेकर कार्य प्रारंभ कर दिये जायेंगे। टंट्या भील चौराहे (भंवरकुआं) का व्यवस्थित और योजनाबद्ध रूप से विकास किया जायेगा।

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