Indore News – बीआरटीएस के ट्रैफिक सिग्नल अब एक घंटे ज्यादा खुले रहेंगे,  रात 10 के बजाए 11 बजे बंद होंगे

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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वहीं, सिग्नल बदलने को लेकर नए टेंडर का इंतजार 
बीआरटीएस के ट्रैफिक सिग्नल अब रात 11 बजे तक चालू रहेंगे। ट्रैफिक पुलिस ने यह फैसला दीपावली पर रात में बढ़ रही भीड़ को देखते हुए लिया है। अभी तक सिग्नल रात 10 बजे बंद हो जाते थे, लेकिन कुछ दिनों से रात में भी बहुत अधिक ट्रैफिक गुजर रहा है, जिसके चौराहों पर दुर्घटना न हो, इसलिए सिग्नल चालू रखने का एक घंटा बढ़ा दिया है।
टैफिक पुलिस ने बताया कि कुछ दिनों से देखा जा रहा था कि रात दस बजे ट्रैफिक सिग्नल बंद होने के बाद भी रात में भी वाहनों की अधिक संख्या गुजर रही है। सिग्नल बंद होते ही ट्रैफिक जाम की स्थिति बनने लगी। कई बार गाड़ियां टकरा भी गईं। इसके बात यह तय किया गया कि सिग्नल का समय एक घंटा और बढ़ा दिया जाना चाहिए। वहीं यह भी फैसला लिया कि ट्रैफिक पुलिस को भी आधे घंटे अधिक देरी तक रुकना पड़ेगा।
बिगड़ जाते हैं सिग्नल
बीआरटीएस पर वैसे तो आए दिन सिग्नल बिगड़ने की शिकायत रहती है। वहीं कई बार सुबह-सुबह ये समय से पहले ही चालू हो जाते हैं या फिर ट्रैफिक शुरू होने के बाद भी चालू नहीं होते। कई बार इनकी टाइमिंग भी गड़बड़ा जाती है। नगर निगम के यातायात विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ट्रैफिक सिग्नल बहुत पुराने हो गए हैं, अब इन्हें बदलने की जरूरत है। स्मार्ट सिटी के तहत सिग्नल बदलने को लेकर टेंडर हुआ था जो निरस्त कर दिया गया। अब नए टेंडर का इंतजार कर रहे हैं।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।