इंदौर। इंदौर के भंवरकुआं थाना में एक ऐसे गिरोह का खुलासा हुआ है जो फर्जी बीमा पॉलिसी बनाता था। पुलिस ने एक बीमा एजेंट्स के विरुद्ध धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है। आरोप है कि एजेंट ने एक लोडिंग पिकअप का फर्जी बीमा कर दिया और उस गाड़ी से तीन लोगों की मौत हो गई और जब वाहन का मालिक बीमे का लिए कंपनी पहुंचा तो पता चला कि उसकी बीमा पालिसी फर्जी है, जबकि उसने पूरे पैसे देकर यह पॉलिसी ली थी। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब आवेदक सदाशिव थाने पहुंचा उसने पुलिस को बताया कि वह इंदौर में श्रीविहार कालोनी में रहता है और एक ही कालोनी में निवास करने के कारण गुरुकरणसिंह भाटिया ही उसकी गाड़ियों का बीमा करता है। दो साल पूर्व जून में उसने लोडिंग गाड़ी (एमपी 09 जीजी 8488) का बीमा करवाया था। इस गाड़ी से 13 जनवरी को एक एक्सीडेंट हुआ और तीन लोगों की मौत और तीन लोग घायल हो गए। सदाशिव ने क्लेम के लिए बीमा कंपनी द न्यू इंडिया इंश्योरेंस से संपर्क किया तो कंपनी ने बताया उसके द्वारा प्रस्तुत पालिसी फर्जी है। कंपनी ने क्लेम देने से इन्कार कर दिया। कंपनी ने सदाशिव को बताया कि पॉलिसी के जो पेपर उसे दिए गए है वह फर्जी है, कंपनी से इस पॉलिसी का कोई लेना देना नहीं है।
इस मामले में बीमा कंपनी के प्रतिनिधि सीपीएस छाबड़ा से सर्वे रिपोर्ट बनवाई गई थी। जिसके बाद परिचित हरेंद्र के माध्यम से गुरुकरण को 19 हजार 177 रुपये का भुगतान किया था। गुरुकरण ने हरेंद्र को पालिसी की पीडीएफ बना कर भेज दी। सदाशिव असली पालिसी समझा और प्रिंट निकाल कर गाड़ी में रख ली। लेकिन जब गाड़ी से तीन लोगों की मौत हुई और वह बीमे के क्लैम के लिए कंपनी पहुंचा तो मामले का खुलासा हुआ। फिलहाल पुलिस ने इस फर्जीवाड़े की शिकायत दर्ज कर ली है।