इंदौर। इंदौर शहर का रिंग रोड अब नीम और पीपल जोन कहलाएगा। नगर निगम के उद्यान विभाग ने पूर्वी व पश्चिमी रिंग रोड के लिए एक कार्य योजना तैयार की है जिसके अंतर्गत सर्वे हो चुका है।
अभी यहां पर सिविल वर्क के साथ ही 30 से 35 वर्ष पुराने गुलमोहर, बबूल, पेलटा फार्म आदि पेड़ों की कटाई छटाई कर उनके स्थान पर केवल नीम पीपल और बरगद के जोन ही बनाए जाएंगे।
निगम के उद्यान विभाग के माध्यम से पूर्वी तथा पश्चिमी रिंग रोड का सर्वे हो चुका है और सर्वे के आधार पर अभी छोटा बड़ा सिविल वर्क चल रहा है। इसके साथ ही यहां पर जल्द 20 हजार नीम बरगद और पीपल के पेड़ लगाने की तैयारी हो चुकी है।
एक तरह से देखा जाए तो पूर्वी और पश्चिमी रिंग रोड को पूरी तरह से एक को नीम जोन और दूसरे को पीपल जोन तो बरगद जोन बनाने की तैयारी है। पूरे रिंग रोड पर एक ही पेड़ लगेंगे और एक सड़क पर केवल नीम के पेड़ लगने जा रहे हैं तो दूसरी रिंग रोड पर केवल पीपल के पेड़ लगने जा रहे हैं।
इसमें 5 वर्ष से अधिक नीम पीपल और बरगद के पौधे लगाए जा रहे हैं ताकि महाराष्ट्र की तर्ज पर यहां भी सड़क पर ठंडक रहे और गुजरते वाहनों को छाया भी मिल सकती है।
इसके लिए जल्द टेंडर जारी होने जा रहे हैं और उद्यान विभाग की ओर से पुराने पेड़ों की कटाई छटाई के साथ ही उन्हें काटने का भी काम किया जाएगा और उसके स्थान पर नीम पीपल और बरगद के जोन बनाए जा रहे हैं।
उद्यान विभाग उपायुक्त कैलाश जोशी ने बताया कि नीम पीपल और बरगद के पौधे पूर्वी व पश्चिमी रिंग रोड पर पहले से लगे हुए हैं और जहां पर गेट है वहां पर लगाने की तैयारी है तो कुछ जगह लगाए भी जा रहे हैं पर्यावरण सुधार के लिए जो भी काम नगर निगम द्वारा हो सकता है वह किया जा रहा है।