-जन सुनवाई में बेटे के साथ पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई
इंदौर। मप्र के इंदौर जिले से बड़े फर्जीवाड़ा का पता चला है। मामला एक व्यक्ति को कोरोना से मृत बताकर उसके नाम पर 50 हजार रुपये की सरकारी सहायता राशि का दावा करने का है।
लेकिन गड़बड़ी की जानकारी मिलने पर सांवेर क्षेत्र निवासी इस व्यक्ति ने खुद जिला प्रशासन के सामने पहुंचकर अपनी शिकायत दर्ज कराई है।
दरअसल अधिकारियों ने कहा कि पचास साल के जानकीलाल डूंगरवाल ने इंदौर जिलाधिकारी कार्यालय में जनसुनवाई में अपने बेटे हितेश के साथ पहुंचकर अपनी शिकायत दर्ज कराई।
उन्होंने कहा कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने मेरे पिता के नाम का झूठा मृत्यु प्रमाणपत्र और उनके कोरोना संक्रमित होने की फर्जी जांच रिपोर्ट बनाई है।
इसके साथ मेरे छोटे भाई के नाम से जिलाधिकारी कार्यालय में 18 जनवरी को एक आवेदन जमा किया।
इस आवेदन में मेरे पिता को महामारी से मृत बताकर राज्य सरकार की योजना के तहत 50 हजार रुपये की सहायता राशि का दावा भी किया गया।
इसके साथ ही उन्होंने संदेह जताते हुए कहा कि किसी व्यक्ति ने उनके परिवार को फर्जीवाड़े के मामले में फंसाने के लिए यह बड़ी हरकत की।
हितेश ने कहा कि यह मामला तब सामने आया जब एक क्षेत्रीय पटवारी ने उन्हें फोन किया और 50 हजार रुपये की सहायता राशि लेने की औपचारिकताएं पूरी करने के लिए कहा।
अतिरिक्त जिलाधिकारी पवन जैन ने कहा कि डूंगरवाल की शिकायत पर फिलहाल जांच का आदेश दिया गया है।
उन्होंने बताया कि अब हम सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पता लगाने की कोशिश करेंगे कि 18 जनवरी को डूंगरवाल के परिवार को सहायता राशि प्रदान करने का आवेदन जमा करने वाला कौन व्यक्ति जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा था।
उस व्यक्ति की पहचान होने पर उसके खिलाफ अब उचित कानूनी कार्रवाही की जाएगी।