ओबीसी आरक्षण मामले की सुनवाई बार-बार आगे बढ़ने से आरक्षण कोटा तय नहीं हो पा रहा है। में इस कारण इंदौर सहित सारे देश में एंट्रेंस एक्जाम के बावजूद रेसीडेंट डॉक्टर्स संबंधी काउंसलिंग व नई भर्ती से जुड़ा सारा सिस्टम जनवरी 2021 से ठप्प पड़ा है। इस वजह से सेवारत जूनियर डाक्टरों पर जंहा अतिरिक्त काम करना पड़ रहा है।
इस वजह से आज सारे देश के 40,000 जूनियर डाक्टरो ने ओपीडी में 5 घण्टे की हड़ताल की। हड़ताल का समर्थन महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज इंदौर के जूनियर डाक्टरों ने भी किया •जिससे एमवाय अस्पताल की न्यू ओपीडी में सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक सैंकड़ों मरीज परेशान हुए।
न्यू ओपीडी में प्रतिदिन 40 जूनियर ड्यूटी पर रहते हैं। यह हड़ताल कितने दिन चलेगी इस मामले में जूनियर डाक्टरो का कहना है कि यह हमारी मांगो पर निर्णय लेने वाली केन्द्र सरकार के रुख पर तय करेगा।
जूडा के अध्यक्ष डाक्टर पीयूष बघेल ने बताया कि सरकार के उदासीन रवैये के कारण आरक्षण मामले में हर बार सुनवाई आगे बढ़ती जा रही है। इस वजह से आरक्षण वर्ग का कोटा तय नही होने से काउंसलिंग टलती जा रही है।
इसी वजह से हमने सरकार का ध्यान आकर्षण करने के लिए सांकेतिक हड़ताल शुरू की है। अभी न्यू ओपीडी के सिर्फ 200 जूनियर डाक्टर शामिल हैं। यदि इस विषय में सरकार की तरफ सकारत्मक पहल नही हुई तो, सारे 400 जूनियर डाक्टर हड़ताल में शामिल होंगे।