Indore Traffic News. शहर में यातायात नियंत्रण एक बड़ी में समस्या बन गई है। पुलिस लगातार चालानी कार्रवाई करती है, लेकिन फिर भी इंदौरी सुधरने का नाम नहीं लेते। इस साल के नौ माह में 60- हजार लोगों ने नियम तोड़े, जिससे जुर्माना के रूप में पुलिस ने पौने तीन करोड़ रुपए वसूले है।
इंदौर शहर में यूं तो बहुत अधिक वाहन हैं, जिसके चलते यहां यातायात नियंत्रण पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है। जाम की समस्या आम बात है। शहर में प्रमुख चौराहों पर सुबह और शाम के समय निकलना मुश्किल हो जाता है, लेकिन शहर के लोग नियम तोड़ने में भी पीछे नहीं है। एएसपी अनिलकुमार पाटीदार ने बताया कि इस साल नौ माह में यातायात पुलिस ने नियम तोड़ने वालों के 60 हजार से अधिक चालान बनाए हैं। इन लोगों से समन शुल्क के रूप में दो करोड़ 70 लाख रुपए वसूले हैं। इंदौर शहर नियम तोड़कर शासन को राजस्व देने में भी नंबर वन है। सरकार को हर साल पांच करोड़ से अधिक का राजस्व चालान से मिलता है, लेकिन कोरोना काल के चलते गत वर्ष तो काफी कम चालान बने थे। इसकी तुलना में
दोपहिया वाहन चालक सबसे अधिक है – इस साल चालान अधिक बने हैं, लेकिन फिर भी गत वर्षों की तुलना में कम है। हर रोज शहर में दो सौ से ढाई सौ लोग नियम तोड़ते हैं।
जागरूकता के लिए भी नए-नए फंडे –
पाटीदार ने बताया कि पुलिस एक और जहां चालानी कारवाई कर रही है, वहीं शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों के लाइसेंस भी निरस्त करवाए जा रहे हैं। इसके अलावा पुलिस जागरूकता अभियान भी चला रही है। जहां चौराहों पर जन्मदिन मनाकर एक घंटे यातायात संभालने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है, ऐसे ही अनेक तरीकों से नियम पालन करवाने हेतु प्रोत्साहित किया जा रहा है |