Indore News: इंदौर देश का पहला वाटर प्लस शहर घोषित

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
2 Min Read

स्वच्छता के क्षेत्र में इंदौर को पुन: मिली गौरवपूर्ण उपलब्धि

Indore News: स्वच्छता में चार बार देश का सिरमौर बनने के बाद स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के तहत हुए सर्वे में इंदौर को पुन: गौरवपूर्ण उपलब्धि प्राप्त हुई है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के तहत हुए सर्वे में वाटर प्लस सर्टिफिकेट प्राप्त करने वाला इंदौर देश का पहला शहर बना है। स्वच्छ सर्वेक्षण के तहत हुए सर्वे में वाटर प्लस प्रोटोकॉल के तहत सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, कम्युनिटी और पब्लिक टायलेट (सीटीपीटी) तथा यूरीनल, सुलभ कॉम्प्लेक्स, चेम्बरों की साफ-सफाई, नदी नालों में ड्रेनेज के पानी को मिलने से रोकने आदि के मानकों को परखा गया था।

इंदौर संभागायुक्त तथा नगर निगम प्रशासक डॉ. पवन कुमार शर्मा ने बताया कि यह उपलब्धि स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के तहत वाटर प्लस प्रोटोकॉल की गाइडलाइन के पालन के आधार पर हुए सर्वे में प्राप्त हुई है। इंदौर में वॉटर प्लस प्रोटोकॉल का बेहतर पालन हुआ है। कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने बताया कि इंदौर को देश का पहला वॉटर प्लस शहर घोषित किया गया है। नगर पालिक निगम इंदौर द्वारा शहर की कान्ह सरस्वती नदी एवं शहर में बहने वाले छोटे बड़े 25 नालों में छूटे हुए एक हजार 746 सार्वजनिक एवं 5 हजार 624 घरेलू सीवर आउट फॉल की टैपिंग कर नदी-नालों को सीवर मुक्त किया गया।

आयुक्त नगर निगम इंदौर सुश्री प्रतिभा पाल ने बताया है कि सीवरेज ट्रीटमेंट हेतु शहर में सात एसटीपी का निर्माण कार्य किया गया। एसटीपी से 110 एमएलडी ट्रीटेड वॉटर का उपयोग किया जा रहा है। वाटर प्लस प्रोटोकॉल की गाइडलाइन अनुसार शहर में विशेष प्रकार के 147 यूरिनल के निर्माण किये गये। साथ ही तालाब, कुओं तथा समस्त वॉटर बॉडी की सफाई का कार्य भी किया गया है।

सभी ने धन्यवाद् एवं बधाई दी

इस अवसर पर मंत्री सुश्री ठाकुर ने वॉटर प्लस का खिताब हासिल करने पर धन्यवाद दिया, साथ ही जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. मिश्र, कलेक्टर मनीष सिंह, संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने इंदौर को देश में पहला वॉटर प्लस शहर बनने पर बधाई दी।

Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।