रालामंडल में नाइट सफारी के लिए अब नए वाहनों का काफिला होगा और किसी भी नए वाहन के लिए टेंडर करने के स्थान पर वाहनों का परीक्षण होगा उसके बाद रालामंडल में नाइट सफारी के लिए वाहन शुरू हो सकते हैं। जब तक नए वाहनों का यहां रजिस्ट्रेशन नहीं होगा तब तक नाइट सफारी नहीं होगी।
वन विभाग मुख्यालय में नए वाहनों के नाइट सफारी के लिए टेंडर जारी होने वाले थे लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है और 3 से 4 नए जिप्सी वाहनों का परीक्षण रालामंडल में ही होगा जिसमें लोड उठाने से लेकर ड्राइवर कौन होगा? ड्राइवर का परिचय से लेकर वाहन स्वामी आदि के कागजात परीक्षण के बाद ही आगे की प्रक्रिया शुरू होगी। अभी तक वन विभाग में शाम 7:30 से रात 9:30 तक पर्यटकों के लिए नाइट सफारी गिरीश उपाध्याय की जिप्सी थी जिसके लोड नहीं लेने के साथ ही उसके ड्राइवर के साथ पर्यटक का विवाद हुआ इसलिए उनका टेंडर ही निरस्त कर दिया गया। फिर नए सिरे से वाहनों के टेंडर की प्रक्रिया चली लेकिन अब 3 से 4 नए वाहनों का परीक्षण होने के बाद ही नए वाहन नाइट सफारी के लिए शुरू किए जा सकते हैं। यह परीक्षण एक दो दिन में होकर अगले सप्ताह से पर्यटकों के लिए वाहन शुरू किए जा रहे हैं। रात्रि में 2 महिला कर्मचारी के साथ ही एक चौकीदार एक शिकारगाह पर पुरुष कर्मचारी व एक अन्य गेट पर कर्मचारियों की मौजूदगी में नाइट जिप्सी सफारी की शुरुआत होने जा रही है। वनमंडलाधिकारी नरेंद्र पांडवा ने बताया कि अब टेंडर न करते हुए नए 3 से 4 जिप्सी गाड़ियों का परीक्षण होगा और उसके बाद ही रालामंडल में नाइट सफारी के लिए वाहन अटैच कर सकते हैं। यह प्रक्रिया एक-दो दिन में होकर अगले सप्ताह से पर्यटकों के लिए नाइट सफारी शुरू की जा रही है।