Indore News – इंदौर में अब वाहनों को नहीं मिलेगी MP09 की सीरीज जाने पूरा मामला |

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मध्य प्रदेश की औद्योगिक राजधानी इंदौर में पंजीकृत होने वाले वाहनों की 1989 से चल रही सीरीज एमपी-09 के अल्फाबेट्स अब खत्म हो चले हैं। बाइक श्रेणी में इसके ज्यादातर अल्फाबेट्स खत्म हो गए हैं। उसके बाद ही अधिकारी इसके विकल्प की तलाश में जुट गए हैं। ग्वालियर मुख्यालय से मार्गदर्शन मांगा जा रहा है। एमपी-09 से मिलता जुलता एमपी-90 या तीन अल्फाबेट्स इसका विकल्प हो सकता है। जानकारी के अनुसार, 32 साल पहले इंदौर को एमपी-09 की सीरीज आवंटित हुई थी। इसमें नंबर दिए जाते रहे। बाद में वाहनों की श्रेणी के अनुसार अल्फाबेट के साथ सीरीज दी जाने लगी। इससे कार, मोटर साइकिल, स्कूटर, मिनी बस, भारी वाहनों के लिए अलग-अलग अल्फाबेट सीरीज हो गई।

परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार एमपी-09 के अल्फाबेटस खत्म होने पर हम विकल्पों पर विचार कर रहे है, जिसमें तीन अल्फाबेटस को शुरू करने के साथ ही एमपी-09 से मिलती जुलती एमपी-90 या एमपी-99 को शुरू किया जा सकता है। इस संबध में मुख्यालय द्वारा ही निर्णय लिया जाएगा। कुछ जनप्रतिनिधियों ने भी इस संबध में अधिकारियों को पत्र लिख दिया है।

इंदौर में अधिक बिकते हैं वाहन

इंदौर में अधिक वाहन बिकते हैं। इससे सीरीज जल्द खत्म हो जाती है। कोरोना के पहले तक रोज 300 से अधिक बाइक रजिस्टर्ड होती थी। इससे एक सीरीज एक महीने में ही खत्म हो जाती है। अब अंतिम अल्फाबेट एक्सएफ चल रही है।

 

एमपी 09 इंदौर आरटीओ की पहचान रही है। इसके अल्फाबेटस खत्म हो रहे हैं तो हम दूसरे विकल्पों पर विचार करेंगे। मुख्यालय से चर्चा कर उचित निर्णय लिया जाएगा। – अर्चना मिश्रा, एआरटीओ

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।