फैक्ट्रियों से निकलने वाले दूषित जल को नदी-नालों में जाने से रोकने नगर निगम उद्योगों का सर्वे करेगा। इस कार्ययोजना तैयार करने के लिए नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल ने सोमवार को सांवेर रोड के औद्योगिक क्षेत्र का निरीक्षण किया। निगम आयुक्त ने फैक्ट्री संचालकों को निर्देश दिए कि किसी भी स्थिति में दूषित पानी को नदी और नाले में नहीं जाने दिया जाए। निगम आयुक्त पाल ने दौरे की शुरुआत अरविदो हॉस्पिटल चौराहा के पास से की और नरवल एवं भौरासला नाले में आने वाले पानी की पूरी जानकारी मैप के मा यम से ली। निगम आयुक्त इसके बाद सांवेर रोड ए सेक्टर एवं एफ सेक्टर पहुंचीं और नरवर नाला में आने वाले फैक्ट्रियों के पानी के संबंध में जानकारी ली। आयुक्त ने सांवेर रोड स्थित ईटीपी का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान आयुक्त पाल ने निर्देश दिए कि फैक्ट्रियों से निकलने वाले दूषित पानी का सर्वे करें, सर्वे उपरांत जिन फैक्ट्रियों से अत्यधिक दूषित पानी निकलता है उन फैक्ट्रियों में उन्हीं के परिसर में इंटीपी निर्माण कर पानी को ट्रीट करने के पश्चात लाइन में छोड़ा जाए। इसके साथ ही जिन फैक्ट्रियों का सामान्य सीवरेज का गंदा पानी निकलता है उन्हें सीधे नाले में नहीं छोड़ते हुए लाइन में जोड़ने के निर्देश दिए। बता दें कि फैक्ट्रियों से निकलने वाला गंदा पानी नाले के माध्यम से आगे जाकर वानखेड़ी ग्राम के पास कान्ह नदी में मिलता है। इसके साथ ही जोनल अधिकारी नरेंद्र कुरील को ये निर्देश दिए कि त्रिवेणी के पास एवं नरवल नाला का पानी जो कान्ह नदी में मिलता है उसका प्रत्येक सप्ताह सैंपल लेकर पानी की रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। ईटीपी से निकलने वाले पानी की प्रतिदिन की रिपोर्ट भी आयुक्त को प्रस्तुत की जाएगी।