Indore News. नगर निगम अफसरों की लापरवाही के चलते सिरपुर तालाब में तैयार होने वाली लाखों पौधों की नर्सरी का काम अंततः निरस्त हो गया जबकि यहां पर पहले प्रस्ताव के साथ ही बीते 3 वर्षों से कागजों पर तैयारियां चल रही थी। इसके साथ ही मेघदूत गार्डन में भी नर्सरी को लेकर अभी तक कोई खास काम नहीं हो पाया है।
बताया जाता है कि नगर निगम सालाना 2 महीने तक लगातार पौधारोपण करता है जिसमें हजारों लाखों पौधे पितृ पर्वत, ट्रेचिंग ग्राउंड, डिवाइडर सड़क नदी किनारे आदि जगह लगाए जाते हैं। इसमें बड़े पैमाने पर पौधे खरीदने भी पड़ता है जिसमें लाखों रुपए खर्च नगर निगम करता है। इसके बावजूद नगर निगम के बाद नेहरू पार्क व खंडवा रोड सहित कुछ जगह ही नर्सरी है जहां पर हजारों पौधे तैयार होते हैं लेकिन जगह कम पड़ती है। इसको लेकर पिछले दिनों तैयारियां हुई थी, जिसमें मेघदूत गार्डन में भी नर्सरी तैयार करने की योजना के साथ ही सिरपुर पर भी उक्त योजना थी।
अब सिरपुर तालाब किनारे नर्सरी की योजना पूरी तरह निरस्त हो गई और नए सिरे से मेघदूत गार्डन में ही नर्सरी तैयार करने की योजना उद्यान विभाग की ओर से बनाई गई है। अधिकारियों की लापरवाही के चलते उक्त योजना का मामला आगे नहीं बढ़ पाया है। उल्लेखनीय है कि नगर निगम द्वारा बड़े पैमाने पर पौधारोपण में नीम पीपल जामुन आदि पौधा रोपण करते हैं जिसमें भी पौधे कम पड़ जाते हैं। यही कारण है कि बड़ी नर्सरी तैयार करने की कई वर्षों से नगर निगम की योजना है। खासकर बारिश के दिनों में हरियाली महोत्सव के तहत लाखों पौधे लगाने की योजना के तहत काम होता है लेकिन नगर निगम पौधा तैयार नहीं कर पाता है। इसलिए वन विभाग से लाखों रुपए के पौधे अतिरिक्त खरीदकर पौधारोपण करना पड़ता है। नर्सरी की योजना बनती है परंतु इस मामले में कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
नगर निगम के उद्यान उपायुक्त कैलाश जोशी ने बताया कि सिरपुर तालाब की तो 3 वर्ष पहले योजना बनाई गई थी जो निरस्त हो गई है। अब मेघदूत गार्डन में नर्सरी बनाने का काम चल रहा है।